बेटियों से बढ़ता है समाज में मान-सम्मान : देवेंद्र
बेटियां किसी पर भी बोझ नहीं होती, बल्कि उनसे घर-परिवार का सम्मान व समृद्धि बढ़ाने में सहायक होती हैं। यह सब मैंने स्वयं दो बेटियों को गोद लेकर महसूस किया है। यह विचार राजस्थान पुलिस के निरीक्षक देवेंद्र प्रताप वर्मा ने व्यक्त किए। वे पुरानी कचहरी के समीप बनी नामदेव धर्मशाला में आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। सम्मान नामदेव समाज ट्रस्ट, श्री राम हनुमान गुणगान प्रचार मंडल व श्रीराम मेहंदीपुर बालाजी सेवा संघ की ओर से किया गया था।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
बेटियां किसी पर भी बोझ नहीं होती, बल्कि उनसे घर-परिवार का सम्मान व समृद्धि बढ़ाने में सहायक होती हैं। यह सब मैंने स्वयं दो बेटियों को गोद लेकर महसूस किया है। यह विचार राजस्थान पुलिस के निरीक्षक देवेंद्र प्रताप वर्मा ने व्यक्त किए। वे पुरानी कचहरी के समीप बनी नामदेव धर्मशाला में आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। सम्मान नामदेव समाज ट्रस्ट, श्री राम हनुमान गुणगान प्रचार मंडल व श्रीराम मेहंदीपुर बालाजी सेवा संघ की ओर से किया गया था।
उन्होंने कहा कि नशा नाश की जड़ है, इसलिए युवा पीढ़ी को सभी प्रकार के दुर्व्यसनों से बचाना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को शराब एवं मांस से दूर रहना चाहिए और पढ़ाई करने एवं कैरियर बनाने पर ध्यान देना चाहिए। युवाओं को अपने माता-पिता को पूरा मान-सम्मान देना चाहिए तथा उनकी सेवा करनी चाहिए। उन्होंने सलाह भी दी कि मित्र घर के बाहर नहीं, परिवार के अंदर ही बनाएं। बाहर वाले को मित्र बनाकर हम अपनों को भूलने की गलती करने लगते हैं। बाहर वालों की गलत सलाह व्यक्ति नहीं, पूरे परिवार को बर्बाद कर देती है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अपनी ऊर्जा सकारात्मक कार्यो में लगानी चाहिए तथा समाज एवं देश के सशक्त निर्माण में योगदान देना चाहिए।
इस मौके पर नामदेव ट्रस्ट के चेयरमैन व पूर्व प्रधान बीएल वर्मा ने इंस्पेक्टर देवेंद्र प्रताप की प्रशंसा की और युवाओं से उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने फूलमालाएं पहनाकर एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम को राम हनुमान गुणगान मंडल के संस्थापक ज्ञानस्वरूप भारद्वाज ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन सुभाष रोहिल्ला ने किया। इस मौके पर संरक्षक ठेकेदार सुभाष लखमरा, उपप्रधान नवरत्न वर्मा, सचिव महेंद्र वर्मा, वाइस चेयरमैन प्रवीण कश्यप, हरद्वारी लाल कश्यप, जयदयाल वर्मा, ओमप्रकाश अटेली, ओमप्रकाश लुहारिया, दयानंद वर्मा, मनोहर वर्मा, उमाशंकर लखमरा, रवि लखमरा, त्रिभुवन वर्मा, महेश शर्मा, आचार्य मनीष शास्त्री, विकास अग्रवाल, नरेश मित्तल, मनोज वालिया, दिनेश बारी, विकास जांगिड़, दिनेश सोनी, दीपक सर्राफ, सुशील चौटाला, प्रवीण आदि मौजूद थे।