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अनलॉक में बढ़ी चोरी की वारदातें

लॉकडाउन में छूट के बाद अब कई जगहों पर बाइक व अन्य चोरी की वारदात बढ़ रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 05:47 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 05:47 PM (IST)
अनलॉक में बढ़ी चोरी की वारदातें
अनलॉक में बढ़ी चोरी की वारदातें

जागरण संवाददाता, नारनौल :

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लॉकडाउन में छूट के बाद अब कई जगहों पर बाइक व अन्य चोरी की वारदातें बढ़ने लगी है। इसके मद्देनजर पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज ने जिले में पुलिस गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके लिए चार इंस्पेक्टर को गश्त पर लगाया है। सभी बारी-बारी से सुबह छह से रात 11 बजे तक व रात 11 से सुबह तक गश्त करेंगे। पुलिस प्रवक्ता नरेश कुमार ने बताया लॉकडाउन में छूट के बाद अब पहले की अपेक्षा जिले की चौकसी के लिए गश्त को बढ़ा दिया है। थाना चौकियों के प्रबंधक व इंचार्ज पहले से ही अपने-अपने एरिया में गश्त कर रहे हैं परंतु इनके अलावा जिले के चार इंस्पेक्टर को अलग से गश्त पर लगाया गया हैं। पुलिस अधीक्षक ने दिए आदेश में कहा कि पुलिस कंट्रोल रूम में एक रजिस्टर रखा जाएगा। जो गश्त पर जाने वाला इंस्पेक्टर यह रजिस्टर कंट्रोल रूम से प्राप्त करेगा और अपनी गश्त के दौरान सभी गतिविधियां व चेकिग रिपोर्ट भर कर रजिस्टर को कंट्रोल रूम में रखेगा। सुबह यह रजिस्टर उनके कार्यालय में भिजवाया जाए।

कार्यालय में न लाएं डाक, मेल भेजें :

पुलिस कर्मचारियों का भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आने पर अब कार्यालय में आने से बचने की सलाह दी गई है। बहुत जरूरी होने पर ही कार्यालय में आएंगे। अन्यथा अपनी छुट्टी व अन्य डाक सभी कार्यालय की मेल पर भेजना होगा। कोई भी कर्मचारी थाना चौकियों से एसपी कार्यालय में डाक लेकर नहीं आएगा। मेल आइडी इस्तेमाल करें व मोबाइल फोन से सूचना लें और दें।

सरकार ने कावड़ियों के लिए हरिद्वार पहुंचने पर लगाया बैन :

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कावड़ियों के कावड़ लाने पर रोक लगा दिया है। इसकी जानकारी उत्तराखंड सरकार ने सभी राज्यों को दी है। इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भी पत्र द्वारा मिली हैं। इसलिए जिले के श्रद्धालु जो कावड़ के लिए जाते हैं उनसे जिला पुलिस की तरफ से अनुरोध है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए वे हरिद्वार व अन्य धार्मिक स्थलों पर न जाएं। --हर रोज होने वाली गश्त चेकिग के दौरान इंस्पेक्टर पूरा विवरण रजिस्टर में लिखेंगे और अपनी पूरी रिपोर्ट बनाकर देंगे। इसमें यह दर्शाना होगा कि गश्त के दौरान कहां गए, किन संदिग्ध वाहनों व लोगों की जांच की। इसके अलावा मैं स्वयं भी कभी भी जांच करुंगी। कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

- सुलोचना गजराज, पुलिस अधीक्षक नारनौल।


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