नवीन शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा मातृ भाषा व क्षेत्रीय भाषा में होगी
राजकीय उच विद्यालय रामबास में शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार नई शिक्षा नीति पर परिचर्चा का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
राजकीय उच्च विद्यालय रामबास में शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार नई शिक्षा नीति पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें डा. कृष्णा आर्य मुख्याध्यापिका मुख्य रूप से उपस्थित रहीं। विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष कंवर सिंह की देखरेख व मार्गदर्शन में आयोजित इस सामाजिक चेतना एवं जागरूकता कार्यक्रम में समिति सदस्यों, ग्राम पंचायत प्रतिभागियों, समाजसेवियों व विद्यालय स्टाफ ने भाग लिया। नई शिक्षा नीति के बारे में जानकारी देते हुए मुख्याध्यापिका डा. कृष्णा आर्य ने बताया कि आगामी सत्र से लागू होने जा रही शिक्षा नीति को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल चुकी है और यह नई शिक्षा नीति पूर्व में काम कर रही शिक्षा नीति 1986 के स्थान पर काम करेगी जो पुरानी शिक्षा नीति की किसी भी प्रकार से विरोधी नहीं है। बल्कि पूर्व प्रचलित नीति में कुछ नवीन उद्भावनाओं व शैक्षिक विकल्पों को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में सब्जेक्ट कांबिनेशन की अनिवार्यता को हटाया गया है। जिसके अनुसार विद्यार्थी मुख्य विषय के साथ अपनी पसंद का विषय लेकर अपना शौक पूरा कर पढ़ाई के तनाव से मुक्ति पा सकेंगे। आर्य ने बताया की नवीन शिक्षा नीति में प्राथमिक शिक्षा मातृ भाषा व क्षेत्रीय भाषा में होगी। जिससे कि बच्चे का अपनी मातृभाषा से जुड़ाव बना रहेगा और बच्चा अपनी लोक भाषाओं को भी सीख सकेगा। उन्होंने बताया कि हर शनिवार को घर से पढ़ो अभियान के तहत ऑनलाइन क्विज होती है जिसमें अधिक से अधिक बच्चों को भाग लेने के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम में सुरेशचंद, होशियारसिंह, जगतसिंह, सुशीला देवी, बबीता, रेखा, नरेश, सुमन, सोनू, सुनीता व संतरा आदि उपस्थित थे।