राजस्थान के अवैध विस्फोटक से उड़ाए जा रहे हरियाणा के पहाड़
जैनपुर में ही नहीं बल्कि इससे पहले भी जयपुर और पाटन से लाई गई विस्फोटक सामग्री हरियाणा में पकड़ी जा चुकी है। जिला पुलिस ने बीते वर्ष जयपुर से आई विस्फोटक सामग्री पकड़ी थी तो 2019 में पाटन (राजस्थान) से लाई गई विस्फोटक सामग्री पकड़ी थी। इन दोनों घटनाओं के साथ ही अब जैनपुर की घटना ने भी विस्फोटक सामग्री के दुरुपयोग के प्रमाण दे दिए हैं।
बलवान शर्मा, नारनौल
जैनपुर में ही नहीं, बल्कि इससे पहले भी जयपुर और पाटन से लाई गई विस्फोटक सामग्री हरियाणा में पकड़ी जा चुकी है। जिला पुलिस ने बीते वर्ष जयपुर से आई विस्फोटक सामग्री पकड़ी थी तो 2019 में पाटन (राजस्थान) से लाई गई विस्फोटक सामग्री पकड़ी थी। इन दोनों घटनाओं के साथ ही अब जैनपुर की घटना ने भी विस्फोटक सामग्री के दुरुपयोग के प्रमाण दे दिए हैं। इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि विस्फोटक सामग्री के दुरुपयोग पर अंकुश लगाना बड़ी चुनौती बनी हुई है। 2019 में बरामद की गई विस्फोटक सामग्री: 2019 में नांगल चौधरी पुलिस ने 208 छड़े जैलेटिन (एमोनियम नाइट्रेट), दो पैकेट सफेद पालीथिन में सफेद दानेदार पदार्थ, जिस पर आप्टीजेल 83 एमएम एक्स 2.08 केजी लिखा हुआ था। इसमें क्लास टू एक्सप्लोसिव एमोनियम नाइट्रेट भरा हुआ था। दो बंडल सेफ्टी फ्यूज बारंग नीला, दो बंडल डेटोनेट्रिग फ्यूज, 33 डेटोनेटर बरामद हुए थे। यह विस्फोटक सामग्री राजस्थान के पाटन से लाई गई थी। सतनाली पुलिस ने पिछले वर्ष बरामद किया था विस्फोटक: सतनाली पुलिस ने 11 जून 2021 को डीएफ (तार नमूना) लाल चार मीटर की चार टोपी टाइप भाफ डरनोटोर, 12 नग गुल्ली मार्का राजपावर 90 बारूद बरामद किया था। जांच करने पर पता चला था कि यह विस्फोटक सामग्री जयपुर से लाई गई थी। जैनपुर हादसे में इस्तेमाल किए गए विस्फोटक भी पाटन से लाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। विस्फोटक सामग्री के अवैध इस्तेमाल पर रोक लगाना प्राथमिकता है। जिला पुलिस पहले भी विस्फोटक सामग्री पकड़ चुकी है। भविष्य में इसका दुरुपयोग होने से रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
चंद्रमोहन, पुलिस कप्तान
महेंद्रगढ़ एट नारनौल