अवैध खनन में इस्तेमाल होने वाला विस्फोटक देश की सुरक्षा के लिए भी खतरा
बलवान शर्मानारनौल अवैध खनन भले ही एक सामान्य अपराध नजर आ रहा हो पर यह मामला इतना छोटा
बलवान शर्मा,नारनौल: अवैध खनन भले ही एक सामान्य अपराध नजर आ रहा हो, पर यह मामला इतना छोटा भी नहीं है। यह देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ गंभीर मामला है। अवैध खनन के दौरान इस्तेमाल होने वाली विस्फोटक सामग्री देश विरोधी तत्वों के हाथ लग सकती है और इस पर अंकुश लगाया जाना न केवल जरूरी है, बल्कि यह अतिसंवेदनशील भी। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए कवायद तो की गई पर यह कवायद कारगर साबित नहीं हो पाई है। असल में खनन कार्य में इस्तेमाल होने वाली विस्फोटक सामग्री के लिए लाइसेंस जारी किया जाता है। लाइसेंसधारी व्यक्ति को इस सामग्री का पूरा ब्योरा भी रखना होता है। इसमें स्पष्ट रूप से दर्ज करना होता है कि कितना विस्फोटक, किस कंपनी को और कब-कब दिया गया है। इस्तेमाल करने वाली खनन कंपनी को भी विस्फोटक का रिकार्ड दर्ज करना होता है।
नांगल चौधरी के नजदीकी गांव जैनपुर में पुलिस ने घटना स्थल से ब्लास्टिग डोरी, डेटोनेटर, कुछ मात्रा में बारूद दाना बरामद किया है। इस बरामदगी ने खनन विभाग की अवैध खनन के अलावा विस्फोटक के दुरुपयोग को रोकने के उपायों की भी पोल खोल दी है।
खनन कार्य से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि विस्फोटक सामग्री राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में प्रचूर मात्रा में मिल जाती है। बाक्स विस्फोटक का इस्तेमाल कर अरावली पर्वत श्रंखला में होता है अवैध खनन राजस्थान से मिलने वाले विस्फोटक का इस्तेमाल दक्षिण हरियाणा में अरावली पर्वत श्रंखला में हो रहे अवैध खनन कार्य के लिए किया जा रहा है। असल में लीज पर खनन चलाने वाली कंपनियां भी आवश्यकता से ज्यादा विस्फोटक खरीद लेती हैं। इसका इस्तेमाल पहाड़ का अत्यधिक दोहन करने के अलावा बेचने के लिए भी किया जाता है। इस तरह के मामलों की गंभीरता से जांच की जाए तो विस्फोटक के दुरुपयोग को रोका जा सकता है। बाक्स आतंकी घटनाओं में भी हो सकता है विस्फोटक का इस्तेमाल खनन कार्य में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक यदि इतनी आसानी से उपलब्ध होता रहा तो इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि इसका इस्तेमाल किसी आतंकवादी घटना में भी हो सकता है। बाक्स खुफिया विभाग ने विस्फोटक को लेकर भेजी रिपोर्ट केंद्र सरकार के खुफिया विभाग की खनन में इस्तेमाल होने वाले विस्फोटक पर पिछले लंबे समय से नजर थी और इसको लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी है। जाहिर है कि विस्फोटक का दुरुपयोग किसी भी मायने में हल्के में नहीं लिया जा सकता है।