गणतंत्र दिवस से चार दिन पहले पकड़ा गया विस्फोटक, हो सकता था दुरुपयोग
जिले में रविवार को पुलिस ने विस्फोटक रखने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। जिसमें 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली थी। नांगल चौधरी और सतनाली एरिया में 10 एफआइआर दर्ज की गई है। इस दौरान छह आरोपित काबू किए गए जिन्हें न्यायालय में पेश किया गया।
जागरण टीम, नारनौल, नांगल चौधरी: जिले में रविवार को पुलिस ने विस्फोटक रखने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। जिसमें 100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली थी। नांगल चौधरी और सतनाली एरिया में 10 एफआइआर दर्ज की गई है। इस दौरान छह आरोपित काबू किए गए, जिन्हें न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने आरोपितों को पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए हैं। पुलिस और खुफिया तंत्र की सक्रियता से किसी बड़े हादसे की आशंका से बचाया जा सका है। क्योंकि अवैध रूप से पकड़े गए विस्फोटक का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में होने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
इन जगह से बरामद हुआ विस्फोटक: पुलिस ने आंतरी में विशाल के घर से तलाशी के दौरान एक्सप्लोसिव बरामद किया। देशराज निवासी पाचनोता ने भी मकान में चक्की के पास कट्टे भारी मात्रा में एक्सप्लोसिव रखा हुआ था। पाचनोता निवासी नरेंद्र उर्फ नरिया के घर से भी कूलर से एक पिस्टल, दो जिदा कारतूस ओर 43 पैकेट एक्सप्लोसिव बरामद किया हुआ। संदीप पुत्र कैलाश गुर्जर निवासी जैनपुर के घर में भी पुलिस को एक्सप्लोसिव के पैकेट पकड़े गए हैं। रामफल पुत्र रामनिवास निवासी गोलवा के तुड़ा के मकान से भी विस्फोटक पदार्थ पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। दूसरी ओर नांगल चौधरी एरिया से 139 पैकेट बारूद, हजारों फुट लंबी विस्फोटक में इस्तेमाल होने वाली वायर और डेटोनेटर बरामद हुए हैं। सतनाली एरिया से 67 पैकेट बारूद और 250 फुट लंबी वायर पकड़ी गई है।
पुलिस ने उपरोक्त सभी आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने इनमें से चार आरोपित विशाल निवासी आंतरी, देशराज निवासी पाचनोता, नरेंद्र उर्फ नरिया निवासी पाचनोता व रामफल निवासी गोलवा को गिरफ्तार कर अदालत में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया हुआ है। जबकि जैनपुर का संदीप गुर्जर अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है। पुलिस उसे काबू करने का हर संभव प्रयास कर रही है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपितों से यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि वे यह विस्फोटक पदार्थ कहा से लेकर आते थे और किस तरह मिलकर अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा था। पुलिस कुछ अन्य जानकारी भी जुटाने का प्रयास करेगी।