विद्यार्थियों ही नहीं शिक्षकों में भी शैक्षणिक तनाव: टंकेश्वर कुमार
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि) महेंद्रगढ़ में कोरोना महामारी और शैक्षणिक गतिविधियों व विद्यार्थियों पर इसके प्रभाव पर केंद्रित विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़:
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि), महेंद्रगढ़ में कोरोना महामारी और शैक्षणिक गतिविधियों व विद्यार्थियों पर इसके प्रभाव पर केंद्रित विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान ''कोविड प्रेरित शैक्षणिक तनाव: विद्यार्थियों के लिए रणनीति'' शीर्षक पर आयोजित किया गया। व्याख्यान में विशेषज्ञ वक्ता के रूप में प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर डा. अवतार सिंह उपस्थित रहे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि कोविड की महामारी ने विद्यार्थियों को ही नहीं शिक्षकों के स्तर पर भी शैक्षणिक तनाव को बढ़ाने का काम किया है। कुलपति ने यूनिसेफ की रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि इस कोरोना महामारी ने शिक्षा जगत और विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया है। कुलपति ने कहा कि मेरी कामना है कि यह महामारी जल्द ही समाप्त हो और छात्र अपना सामान्य शैक्षणिक जीवन फिर से शुरू करें।
विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक एवं कार्यक्रम के संयोजक प्रो. दिनेश कुमार ने आयोजन की शुरुआत में विद्यार्थियों सहित सभी संकाय सदस्यों का डा. अवतार सिंह से परिचय कराया । डा. अवतार सिंह ने शैक्षणिक तनाव से कैसे दूर रहा जाए विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कोविड महामारी से प्रेरित अवसाद, शैक्षणिक तनाव के प्रकार, तनाव को प्रबंधित करने के स्वस्थ तरीकों, कोविड-काल के दौरान समय प्रबंधन आदि के बारे में प्रतिभागियों को बताया। उन्होंने सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए तीन मंत्रों का उल्लेख किया: मस्तिष्क -आइस फैक्ट्री, जुबान -शुगर फैक्ट्री और हृदय -प्रेम फैक्ट्री। उन्होंने अपने संबोधन में शिक्षकों को क्या करना चाहिए और विद्यार्थियों की वो किस प्रकार सहायता कर सकते हैं। इस विषय पर भी सभी का मार्गदर्शन किया । आनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम में 200 से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. सुरेंद्र सिंह ने सभी वक्ताओं, आयोजन समिति के सदस्यों के साथ-साथ प्रतिभागियों को धन्यवाद किया। इस कार्यक्रम में समन्वयक के रूप में प्रो. पवन कुमार मौर्य व डा. अविजित प्रमाणिक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।