तूफान के एक सप्ताह बाद भी ट्यूबवेलों की बिजली गुल
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी: तूफान के एक सप्ताह बाद भी कृषि ट्यूबवेलो ंकी लाइन चालू नहीं ह
संवाद सहयोगी, नांगल चौधरी:
तूफान के एक सप्ताह बाद भी कृषि ट्यूबवेलो ंकी लाइन चालू नहीं हो पाई है। इससे जहां क्षेत्र में पेयजल संकट छाया हुआ है वहीं किसानों का खेतों में हरा चारा व सब्जी की खेती सूख रही है। बिजली के अभाव में किसान की मेहनत व बीज का पैसा भी डूबता नजर आ रहा है। निगम घेरलू लाइन के जरिए सिर्फ जुगाड़ से एक घंटे सप्लाई दे रहा है। यह भी सभी कुओं तक नहीं पहुंच पा रही है।
किसानों ने बताया कि क्षेत्र में बुधवार को आए तूफान के दौरान बिजली पोल व लाइन गिरने से बिजली व्यवस्था ठप हो गई थी। निगम ने दो दिन बाद तक घरेलू सप्लाई को तो बहाल कर दिया, लेकिन कृषि ट्यूबवेलों की सप्लाई को सुचारु नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि कई किसानों ने अपने परिवार का गुजारा चलाने के लिए कुओं पर सब्जी व पशुओं के लिए हरा पशु चारा डाल रखा है। जिसको हर दिन पानी की नितांत आवश्यकता है। सात दिन से पानी नहीं लगने से सब्जी खराब हो गई वहीं पशुचारा सूखने लगा है। वे कई बार निगम के जेई को अपनी मजबूरी दर्शाकर सप्लाई बहाल करने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आरोप है कि जेई उनसे सीधे मुंह से बात तक नहीं करता है। वर्तमान में घरेलू लाइन से अटैच कर महज एक घंटे कृषि ट्यूबवेलों की सप्लाई दी जा रही है। जो सभी टयूबवेलों तक नही पहुंच पा रही है। किसानों ने अब जिला उपायुक्त से गुहार लगाकर कृषि ट्यूबवेलों की बिजली सुचारू करवाने की मांग की है।
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अंधड़ से गड़बड़ाई बिजली, ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
फोटो नंबर..17
जागरण संवाददाता,महेंद्रगढ़ :
क्षेत्र के गांव कौथल खुर्द के ग्रामीणों ने बिजली की समस्या को लेकर बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता बुधराम पंवार को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा। ग्रामीण सुरेंद्र कुमार, सुरेश कुमार, छाजुराम, संजय, हरिकिशन, अनिल कुमार, हवा ¨सह, सत्यवीर ¨सह, बुधराम, सत्यवीर ¨सह सुरेंद्र, मामचंद ने बताया कि 2 मई को आए तूफान में गांव की घरेलू लाइट का ट्रांसफार्मर एवं बिजली के दो पोल गिर गए थे। उन्होंने बताया कि पिपली वाले अड्डा से गांव तक की लाइन भी जगह-जगह से फाल्ट हो गई थी। इस संबंध में मुंडिया खेड़ा फीडर के अधीन कार्यरत बिजली कर्मियों, फोरमैन, जेई से संपर्क किया। लगभग पांच-छह दिन की भागदौड़ में प्रयास के पश्चात 7 मई को सायं 5 बजे तक लाइन को ट्यूबवैल चलाने लायक तैयार किया गया। 7 मई को लगभग साढे़ आठ बजे ट्यूबवैल को चलाया गया लेकिन एक घंटे के बाद आंधी आने के कारण लाइट फिर चली गई। उन्होंने बताया कि मंगलवार को भी दोपहर 12 बजे के लगभग लाइट आई जो लगभग 1 घंटे तक रही। इस दौरान भी 2 कट लगाए गए। उन्होंने कहा कि गांव में लगभग 7-8 दिन से पानी नहीं है। इस कारण पशुओं एवं आमजन को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। उन्होंने कार्यकारी अभियंता से ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि शीघ्र ही गांव की लाइट ठीक करवाई जाए ताकि पीने के पानी की समस्या दूर हो सके।