ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास से होगा आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में राष्ट्रीयस्तर का वेबिनार आयोजित किया गया।
संवाद सहयोगी, महेंद्रगढ़ :
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ में राष्ट्रीयस्तर का वेबिनार आयोजित हुआ। राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा इंडिया एंड द इमर्जिंग वर्ल्ड ऑर्डर विषय पर केंद्रित वेबिनार के उद्घाटन सत्र को कुलपति प्रो. आरसी कुहाड़ ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास से आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में अग्रसर है। ऐसे में सभी वर्गों को विशेषकर बुद्धिजीवियों की भूमिका अहम हो जाती है। राजनीति विज्ञान के संदर्भ में कहे तो इस क्षेत्र के विशेषज्ञों को राजनीति के साथ विभिन्न विषयों को लेकर वैज्ञानिक ²ष्टिकोण भी अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत ने कोरोना महामारी के बीच विश्व के विकसित व विकासशील देशों की अपेक्षा बेहद बेहतर ढंग से देश को संभाला है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा ग्रामीण क्षेत्र से प्रभावित होता है इसलिए ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास पर विशेष तवज्जो देने की जरूरत है। आत्मनिर्भर भारत की राह भी इसी दिशा में आगे बढ़ने पर प्राप्त होगी। कुलपति ने कहा कि नीति निर्धारण और समय की जरूरतों के हिसाब से उनमें संशोधन के साथ ही सफलता के नए आयामों को प्राप्त किया जा सकता है। आयोजन में विशेषज्ञ वक्ता के रूप में उपस्थित सेंटर फॉर रशियन स्टडीज, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो. संजय के पांडे ने नए भारत और विदेश नीति पर विचार व्यक्त किये। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी को लेकर चीन की भूमिका पर सवाल उठा तो चीन ने अमेरिका पर ही इसके प्रसार के आरोप लगाए। इस दौर में अमेरिका जैसी महाशक्ति भी बेबस नजर आई। सेंटर फॉर इंटरनेशनल पोलिटिक्स गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रो. मनीष ने विदेश नीति के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला। राजनीति विज्ञान विभाग, बनारस हिदू विश्वविद्यालय के प्रो. टीपी सिंह ने इस संकट के समय में भारत और समूचे विश्व के राजनीतिक पहलुओं से अवगत कराया। वेबिनार संयोजक व राजनीति विज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो. राजबीर सिंह दलाल ने बताया कि इस आयोजन में देश-विदेश के 300 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। इस अवसर पर डॉ. चंचल कुमार, डॉ. सांतेश कुमार, डॉ. रमेश कुमार, डॉ. राजीव कुमार सिंह व डॉ. श्वेता सोहाल भी प्रतिभागियों सहित ऑनलाइन उपस्थित थे।