आशा कार्यकर्ताओं ने मांगों को लेकर दिया धरना
आशा वर्कर्स यूनियन संबंधित सीटू एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा केके तत्वावधान में धरना दिया।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
आशा वर्कर्स यूनियन संबंधित सीटू एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के तत्वावधान में सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं ने नागरिक अस्पताल नारनौल में जिला प्रधान संतोष की अध्यक्षता में धरना दिया। वहीं 7 से 9 अगस्त तक हड़ताल पर जाने के बावजूद सरकार ने आशाओं की समस्याओं के समाधान न निकालने पर मिशन डायरेक्टर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नाम ज्ञापन दिया। इस मौके पर जिला प्रधान संतोष ने कहा कि यूनियन तथा सरकार के बीच हुए समझौते को पूर्णरूप से लागू नहीं किया गया है। यूनियन सरकार को कई बार पत्रों के माध्यम से बातचीत कर समाधान का रास्ता निकालने के बारे में अवगत करवाया है। इसके चलते पूरे प्रदेश में सभी आशाएं 7 से 9 अगस्त तक हड़ताल पर रही लेकिन सरकार ने उनकी समस्याओं को हल करने का कोई प्रयास नहीं किया है। इसके चलते प्रदेश की 10 से 13 अगस्त तक हड़ताल जारी रहेगी। अगर फिर भी सरकार ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हड़ताल आगे भी जारी रह सकती है। उनकी मांग है कि जनता को गुणवत्ता स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने हेतु सरकारी स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत किया जाए व एनएचएम को स्थायी किया जाए। कोविड-19 में काम कर रही आशाओं को जोखिम भत्ते के तौर पर चार हजार रुपये दिए जाएं। कोविड-19 के लिए दिए जा रहे 1000 प्रोत्साहन राशि का 50 प्रतिशत दिया जाए। गंभीर रूप से बीमार एवं दुर्घटना के शिकार आशाओं को सरकार के पैनल अस्पतालों में इलाज की सुविधा दी जाए। आशाओं को सामुदायिक स्तरीय स्थायी कर्मचारी बनाया जाए। जब तक पक्का कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक सरकार का न्यूनतम वेतन दिया जाए और इसे महंगाई भत्ते के साथ जोड़ा जाए। इएसआइ एवं पीएफ की भी सुविधा दी जाए। आशा वर्कर्स को हेल्थ वर्कर का दर्जा दिया जाए। 21 जुलाई 2018 को जारी किए गए नोटिफिकेशन के सभी बचे हुए निर्णय को लागू किया जाए। इस मौके पर आशा वर्कर्स के साथ सीटू के प्रधान हरीराम व रोहताश गोठवाल आदि मौजूद थे।