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आकाशवाणी, मथुरा-वृंदावन ने डा. मानव को दिया सम्मान

विख्यात साहित्यकार डा. रामनिवास मानव को प्राप्त विशिष्ट सम्मानों की सूची में एक सम्मान और जुड़ गया है। उन्हें यह सम्मान दिया है आकाशवाणी मथुरा-वृंदावन (उत्तर प्रदेश) ने।

By JagranEdited By: Published: Fri, 01 Jul 2022 04:50 PM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2022 04:50 PM (IST)
आकाशवाणी, मथुरा-वृंदावन ने डा. मानव को दिया सम्मान
आकाशवाणी, मथुरा-वृंदावन ने डा. मानव को दिया सम्मान

जागरण संवाददाता,नारनौल: विख्यात साहित्यकार डा. रामनिवास मानव को प्राप्त विशिष्ट सम्मानों की सूची में एक सम्मान और जुड़ गया है। उन्हें यह सम्मान दिया है आकाशवाणी, मथुरा-वृंदावन (उत्तर प्रदेश) ने। डा. मानव के 69वें जन्मदिन पर आकाशवाणी के मथुरा-वृंदावन केंद्र ने शुक्रवार को साहित्यिक विविधा कार्यक्रम के अंतर्गत, उत्तर प्रदेश हिदी-संस्थान तथा हिदुस्तान एकेडमी, प्रयागराज द्वारा पुरस्कृत साहित्यकार अंजीवकुमार रावत द्वारा डा.मानव के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर लिखित पंद्रह मिनट का तपन में डूबा सूरज शीर्षक रेखाचित्र प्रसारित किया है, जिसे स्वर दिया है उद्घोषक अनुराग शर्मा ने। इस केंद्र द्वारा प्रतिमास हिदी भाषा और साहित्य के विकास में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान देने वाले किसी एक वरिष्ठ साहित्यकार पर रेखाचित्र प्रसारित किया जाता है।

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इस बार इस श्रृंखला में डा.मानव के नाम का चयन किया गया, जो उनके लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है। उल्लेखनीय है कि विभिन्न विधाओं की छप्पन महत्वपूर्ण कृतियों के लेखक-संपादक डा. मानव की विविध रचनाओं का देश-विदेश की सत्तर प्रमुख बोलियों-भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। उनकी दस अनूदित पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके साहित्य पर व्यापक शोध-कार्य भी हुआ है तथा अब तक 51 शोधार्थियों ने एमफिल की है। 22 ने पीएचडी की और एक शोधार्थी डीलिट की उपाधि प्राप्त कर चुका है। यहीं नहीं, डा. मानव की कविताएं, बाल-कविताएं, लघुकथाएं और दो शोध-प्रबंध अनेक बोर्डो, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल किये जा चुके हैं। वर्तमान में सिघानिया विश्वविद्यालय, पचेरी बड़ी (राजस्थान) के हिदी-विभाग में प्रोफेसर एवं अध्यक्ष पद पर कार्यरत डा. मानव देश-विदेश की एक दर्जन से अधिक साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्थाओं और विश्वविद्यालयों में अध्यक्ष, चीफ ट्रस्टी, शोध-निर्देशक, शोध-परीक्षक तथा एकेडमिक काउंसिल, ऐथिक कमेटी, रिसर्च बोर्ड, बोर्ड आफ स्टडीज और कार्यकारिणी के सदस्य के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।


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