मशीन हैंग करके एटीएम बदलने वाले गिरोह का एक सदस्य काबू
शहर थाना पुलिस ने मंगलवार सायं को रेवाड़ी रोड से एटीएम मशीन हैक व कार्ड बदलकर रुपये निकालने वाले गिरोह के एक सदस्य संजय निवासी हाजमपुर हिसार को लोगों की सहायता से गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, नारनौल :
शहर थाना पुलिस ने मंगलवार सायं को रेवाड़ी रोड पर एसबीआइ बैंक की एटीएम मशीन हैंग करने व कार्ड बदलकर रुपये निकालने वाले गिरोह के एक सदस्य संजय निवासी हाजमपुर हिसार को लोगों की सहायता से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने युवक के पास से दो क्रेडिट/डेबिट कार्ड रीडर मशीन, एक कनेक्टिग ब्लूटूथ मशीन तथा एक स्वीफ्ट गाड़ी बरामद की है, जिसके खिलाफ थाना शहर नारनौल में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपित को बुधवार नारनौल न्यायालय में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस उसके दो साथियों जो मौके पर फरार हो गए थे, उनका सुराग लगाएगी।
पुलिस प्रवक्ता नरेश कुमार ने बताया कि कई महीनों से जिला में एटीएम बदलकर खाते से रुपये निकालने वाला गिरोह सक्रिय है। जो आये दिन भोले-भाले लोगों के साथ एटीएम बूथ पर उनकी मदद करने के बहाने उनका एटीएम कार्ड बदल लेते हैं और फिर उसके खाते से सारे रुपये निकाल लेते हैं। ये लोग जो एक शहर से दूसरे शहर व राज्यों में घूमते रहते हैं। मंगलवार सायं को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसमें गिरोह के सदस्य एटीएम मशीन को हैंग करके रुपये निकलवाने आए लोगों को मशीन खराब होने की बात कही और उनके एटीएम को बदलने के प्रयास किया। इसी दौरान एसबीआइ बैंक के एटीएम पर गांव नापला निवासी विकास एटीएम से रुपये निकालने आया। तभी आरोपित संजय अपने दो अन्य साथियों के साथ एटीएम पर पहुंच गए। इन आरोपितों ने एटीएम मशीन को हैंग कर दी और मशीन में एटीएम को चेक करने के बहाने विकास का एटीएम ले लिया। एटीएम लेने के उपरांत आरोपित संजय ने क्रेडिट/डेबिट कार्ड रीडर मशीन से स्वाइप कर लिया। इस पर विकास की नजर जमी थी और अपने साथ अनहोनी होते देख उनसे अपना कार्ड छीनने लगा। तभी उक्त आरोपितों ने विकास के साथ हाथापाई शुरू कर दी और एटीएम कार्ड लेकर भागने लगे। इस पर विकास ने उनका पीछा किया और उनमें से एक आरोपित संजय हाजमपुर हिसार को पकड़ लिया। जबकि उसके दो साथी भागने में सफल हो गए। लोगों की मदद से विकास ने आरोपित संजय को पुलिस के हवाले कर दिया।
प्रवक्ता के मुताबिक उक्त आरोपितों की दिल्ली में जेब तराश करने वालों से जान-पहचान है। उन्हीं से सभी बैंकों के एटीएम लेकर आते हैं और उन्ही एटीएम की सहायता से खाते से रुपये निकालते हैं।
ऐसे बदलते थे एटीएम :
आरोपित संजय ने पूछताछ में बताया कि उनके पास 2 क्रेडिट/डेबिट कार्ड रीडर मशीन हैं। उसी मशीन से वे एटीएम बूथ की मशीन को कुछ सेकेंड के लिए हैंग कर देते थे और मशीन खराब होने का बहाना बनाकर एटीएम से रुपये निकालने वाले व्यक्ति के एटीएम कार्ड से क्रेडिट/डेबिट कार्ड रीडर मशीन से एटीएम स्वाइप कर लेते थे और कार्ड वापस कर देते थे। इनका एक साथी नजदीक गाड़ी में बैठा रहता है, जिसके पास ब्लूटूथ मशीन होती है। जोकि क्रेडिट/डेबिट कार्ड रीडर मशीन को वाईफाई व ब्लूटूथ को कनेक्ट कर लेते हैं। उसके सहारे एटीएम का पूरा डाटा रिकार्ड होकर उसके पास आ जाता है। फिर ये तुरंत वहां से गाड़ी में बैठकर निकल जाते हैं और कही दूर जाकर क्रेडिट/डेबिट कार्ड रीडर मशीन की सहायता से एक नया एटीएम तैयार करके तुरंत उसके खाते से सारे रुपये निकाल लेते थे।
राजस्थान व पंजाब में भी पकड़े जा चुके है उक्त आरोपित :
पुलिस द्वारा पकड़ा गया एक आरोपित जिला हिसार के हाजमपुर व दो अन्य जिला भिवानी के बवानीखेड़ा के रहने वाले हैं। इन आरोपितों को 4 वर्ष पहले राजस्थान के जोधपुर व पिछले वर्ष पंजाब में मौके पर पकड़ा जा चुका है। तीनों आरोपित ने एक दिन पहले राजस्थान के सिघाणा शहर में एटीएम बूथ पर कार्ड स्वाइप करने की कोशिश की, जो सफल नहीं हो सके। उसके बाद तीनों आरोपित नारनौल आये यहां पहले महेंद्रगढ़ रोड के एटीएम बूथों पर रेकी की जो पुलिस की पीसीआर खड़ी होने के कारण ये अपनी गाड़ी में वहां से खिसक गए। इसके बाद रेवाड़ी रोड एसबीआइ बैंक के बूथ पर आए यहां एक शिकायतकर्ता विकास का एटीएम बदलने व स्वाइप करने का प्रयास किया और गिरोह का एक सदस्य पकड़ा गया।