इंस्पायर अवार्ड के लिए जिला के 30 बच्चों का चयन
विज्ञान प्रतिभा के आकर्षण के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा प्रायोजित और प्रबंधित एक अभिनव कार्यक्रम है इंस्पायर।
जागरण संवाददाता, नारनौल: विज्ञान प्रतिभा के आकर्षण के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा प्रायोजित और प्रबंधित एक अभिनव कार्यक्रम है इंस्पायर। इसका मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को विज्ञान के रचनात्मक खोज के रोमांच के लिए एवं विज्ञान के अध्ययन के लिए प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण मानव संसाधन पुल का निर्माण करना है, जिससे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विस्तार को बढ़ाया जा सके। इसी कार्यक्रम की सफलता को चरितार्थ करने के लिए जिला में सत्र 2020-21 में 30 बच्चों को इंस्पायर अवार्ड के लिए चयन किया गया है। इसमें सर्वप्रथम कक्षा 6 से 10 में पढ़ रहे 10 से 15 आयु वर्ग के बच्चों से विभाग द्वारा उनके विज्ञान के क्षेत्र में उनके नवाचारी विचार मांगे जाते हैं। जब इन आइडिया को परखा जाता है तब इन पर प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन के लिए बच्चों का चयन किया जाता है। खंड महेंद्रगढ़ से भी 10 बच्चों का इंस्पायर अवार्ड के लिए चयन होना गर्व की बात है। इसी कड़ी में मंगलवार को राजकीय उच्च विद्यालय खातोद में सभी चयनित 10 बच्चों का सम्मान व उत्साह वर्धन मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी विराट एवं खंड शिक्षा अधिकारी डा. अशोक शर्मा ने किया। इन सभी बच्चों से उनके नवाचारी मॉडल के बारे में बात की तथा उनके विचारों को सराहा। राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बेरी की छात्रा कल्पना ने ऑटोमेटिक मशीन के बारे में विस्तार से बताया। राजकीय उच्च विद्यालय खातोद की छात्रा निशा ने सेंसर द्वारा किस प्रकार बिजली की बचत की जाती है के बारे में बताया। खातोद स्कूल से मुलायम ने अंधे व्यक्तियों की सहायता के लिए किस प्रकार छड़ी में सेंसर लगाकर उनकी सहायता की जाती है के बारे में जानकारी दी।