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योग्यता के आधार पर मिल रही नौकरियां, शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत

युवा जहां योग्यता के आधार पर मिलने वाली नौकरियों को लेकर भाजपा सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे वहीं नौकरीपेशा और दुकानदार भी अच्छा कार्यकाल बता रहे हैं। चाय पर चर्चा के लिए जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र पुराना बाईपास रोड स्थित मूलचंद टी-स्टॉल पर पहुंचे तो यहां चाय की चुस्कियों के साथ चुनावी चर्चा का बाजार भी गर्म था।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 09:11 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 06:13 AM (IST)
योग्यता के आधार पर मिल रही नौकरियां, शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत
योग्यता के आधार पर मिल रही नौकरियां, शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : युवा जहां योग्यता के आधार पर मिलने वाली नौकरियों को लेकर भाजपा सरकार की तारीफ करते नहीं थक रहे वहीं नौकरीपेशा और दुकानदार भी अच्छा कार्यकाल बता रहे हैं। चाय पर चर्चा के लिए जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र पुराना बाईपास रोड स्थित मूलचंद टी-स्टॉल पर पहुंचे, तो यहां चाय की चुस्कियों के साथ चुनावी चर्चा का बाजार भी गर्म था। एक तरफ जहां युवा प्रदेश की शिक्षा पद्धति को बदलने की बात कहते हुए दिखाई दिए तो दूसरी तरफ सरकार के पिछले पांच साल में किए गए अच्छे काम गिनाने वाले भी थे। नौकरीपेशा युवाओं ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार को लगाम लगी है।

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पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे अमन ने कहा इस सरकार में सिफारिश के आधार पर नहीं बल्कि योग्यता के आधार पर भर्ती हुई हैं। जिससे युवाओं का रुख पढ़ाई की तरफ बढ़ा है। सामने बैठे एक निजी कंपनी में आइटी सेल में काम करने वाले राहुल ने कहा कि क्लर्क की परीक्षा में नकल न हो इसके लिए सरकार ने 15 लाख परीक्षार्थियों को दूर दराज क्षेत्रों में भेज दिया। जबकि परीक्षा में ड्यूटी देने वाले शिक्षकों को भी एक से दूसरी जगह पर परीक्षा लेने के लिए भेजा जा सकता था। इससे 50 हजार से भी कम शिक्षकों को परेशानी उठानी होती। यह सुनते ही चर्चा में फार्मा कंपनी में कार्यरत राजदीप भी कूद पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार कम करने में सरकार ने बहुत अच्छा प्रयास किया है। सब सेवाएं ऑनलाइन कर दी और दिनों का निर्धारण कर दिया। राजदीप बोले कि एक बार उन्हें एक प्रमाण पत्र बनाना पड़ गया, जिसके लिए उन्हें 30 दिन तक धक्के खाने पड़े थे। मगर अब ऐसा कुछ नहीं है। सुमित गर्ग ने भी बात का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार में कुछ अच्छे काम तो हुए हैं, लेकिन कुछ काम करने की जरूरत अभी भी है। नीलकंठ ने कहा कि अब बगैर पहुंच वाले का काम भी बिना किसी रुकावट के हो रहा है। धारा 370 बदलने के साथ-साथ सरकार को शिक्षा पद्धति में बदलाव की जरूरत है। शिक्षा पद्धति पुराने ढर्रे पर चल रही है।


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