सीएम के आदेशों का नहीं असर,न गेटपासों पर नकेल ,न अवैध खनन पर
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सीएम द्वारा खनन पर सख्ती करने के आदेश लगता है पुलिस प्रशासन के
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सीएम द्वारा खनन पर सख्ती करने के आदेश लगता है पुलिस प्रशासन के लिए कोई मायने नहीं रखते, यही कारण है कि अवैध खनन बदस्तूर जारी है। आरोप है कि रायल्टी की पर्ची काटने की अपेक्षा गेटपास दिये जा रहे हैं जिससे जहां करोडों रुपए की चपत सरकारी राजस्व विभाग को तो लग ही रही है वहीं बेलगाम खनन माफिया तय मानकदडों को दरकिनार कर गहरी खुदाई करते हुए अब लोगों के खेतों में भी खनन करने लगा है। इसका ताजा उदाहरण बेलगढ़ गांव में हो रहे अवैध खनन को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। हुडा सेक्टर 17 के एक व्यापारी की बेलगढ़ गांव में स्थित जमीन पर कुछ लोगों ने जेसीबी की मदद से अवैध कर दिया। 8 फुट तक खनन कर खोदाई कर डाली। व्यापारी की तबियत खराब होने के कारण उसकी बेटी दिप्ति ने पुलिस को शिकायत देकर मामले में कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने बताया कि उनका रेत बजरी काम है। इसके लिए उन्होंने कुछ समय पहले बेलगढ़ गांव में जमीन ली थी। उनको उनके मुंशी ने बताया कि जमीन पर कुछ लोग अवैध रूप से खनन कर रहे हैं। जमीन की खोदाई आठ फुट तक हो चुकी है। खनन करने वाले लोगों ने जेसीबी की मदद ली है। उन्होंने इस्माइलपुर निवासी पर अवैध खनन करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है। इससे खनन करने वालों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। इससे उनके कारोबार का नुकसान हो रहा है। एक एकड़ की भूमि पर खनन कर माल उठा लिया है। शिकायत के नाम पर पुलिस उनको घूमा रही है।
कही पुलिस की मिलीभगत तो नहीं
शिकायतकर्ता ने बताया कि जब भी पुलिस रेड मारने जाती है तो खनन करने वाले लोग वहां से भाग जाते हैं। उनको अंदेशा है कि कहीं पुलिस उनके साथ मिली है। क्योंकि ऐसा संभव नहीं है कि पुलिस के आने से पहले आरोपी भाग जाए।पुलिस न देर शाम को तीन जेसीबी पकड़ी थी। अगली सुबह बिना कार्रवाई के मशीनों को छोड़ दिया गया। जब वह कार्रवाई के लिए गई तो उनको खनन विभाग के पास शिकायत करने के लिए कहा गया। उसके साथी पटवारी के पास जाने की सलाह दी। कार्रवाई के नाम पर उनको परेशान करने का काम किया जा रहा है।
वर्जन
अवैध खनन की शिकायत मिली है, जिस पर कार्रवाई करते हुए मौके पर टीम को भेजा गया था। खनन करता कोई व्यक्ति वहां नहीं मिला। अभी मामला दर्ज नहीं किया गया है। जांच के बाद ही केस दर्ज किया जाएगा।
शीशपाल वालिया, एसएचओ खिजराबाद