सोशल मीडिया विस्फोट के कारण फेक समाचारों का दायरा बढ़ा : सिद्धार्थ
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ लॉ में सोशल मीडिया मॉनीटरिग और जिओलोकेशन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला हुई।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भ्रामक सूचनाओं व फेक न्यूज से लड़ने के लिए जागरूक समाज की आवश्यकता है। यह बात गूगल न्यूज इनिशिएटिव व डाटा लीड के ट्रेनर सिद्धार्थ वर्धराजन ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ लॉ में गूगल न्यूज इनिशिएटिव तथा जनसंचार एवं मीडिया प्रौद्योगिकी संस्थान (आइएमसीएमटी) के तत्वावधान में सोशल मीडिया मॉनीटरिग और जिओलोकेशन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला में कही।
उन्होंने कहा कि आज दुनिया के बड़े-बड़े राजनेता, सरकारें, व्यवसायी जब स्वयं ऐसे समाचारों को सांझा करते हैं या उनके प्रोफाइल के जरिये ऐसी सूचनाएं फैलाई जाती हैं। तब लोगों के जीवन में भ्रम व द्वंद्व पैदा होता है। एक लोकतांत्रिक समाज के लिए फेक न्यूज बड़ा खतरा है।
आईएमसीएमटी संस्थान की निदेशिका डॉ. बिदु शर्मा ने कहा कि अधिकतर सूचनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंच रही हैं। अगर मीडिया के विद्यार्थी सोशल मीडिया मानीटरिग के टूल्स जान लें तो वे फेक समाचारों को रोकने के साथ-साथ अपनी पत्रकारिता को भी बेहतर व विश्वसनीय बना सकते हैं। रूसा के संयोजक डॉ. अशोक कुमार ने कहा की इस प्रकार की कार्यशाला बेहतर नागरिक बनाने में मदद करती है। इस अवसर पर अभिनव, डॉ. रोशन, रितु, सुनीता, गौरव, डॉ. राहुल, डॉ. नितिन मौजूद रहे।