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सरस्वती को फिर से धरा पर प्रवाहित करने की योजना पर काम शुरू : धुम्मन

हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि सरकार ने सरस्वती नदी को फिर से धरा पर प्रवाहित करने की योजना को अमलीजामा पहनाने का काम शुरु कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 07:38 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 07:38 PM (IST)
सरस्वती को फिर से धरा पर प्रवाहित करने की योजना पर काम शुरू : धुम्मन
सरस्वती को फिर से धरा पर प्रवाहित करने की योजना पर काम शुरू : धुम्मन

संवाद सहयोगी, लाडवा : हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि सरकार ने सरस्वती नदी को फिर से धरा पर प्रवाहित करने की योजना को अमलीजामा पहनाने का काम शुरु कर दिया है। इस योजना के तहत ही आदिबद्री से कुरुक्षेत्र तक सरस्वती नदी में पानी को पहुंचा दिया गया है। इस योजना के अनुसार धीरे-धीरे पानी पूरी तरह प्रवाहित किया जाएगा।

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धुम्मन सिंह किरमच रविवार को लाडवा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर प्रवाहित करने के लिए योजना तैयार की गई है। इस योजना के अनुसार आदिबद्री में विशाल डैम बनाया जाएगा। इस डैम के लिए हिमाचल प्रदेश के साथ 21 जनवरी को एक प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर होने के बाद करोड़ों रुपये के प्रोजेक्ट को शुरु कर दिया जाएगा। इस योजना के पूरा होने के बाद सरस्वती नदी में जल को निरंतर प्रवाहित करने के प्रयास किया जाएगा। इस परियोजना से पहले आदिबद्री से अभी हाल में ही सरस्वती नदी में पानी को छोड़ा गया है और यह पानी कुरुक्षेत्र तक पहुंच गया है और धीरे-धीरे इस पानी को अंतिम छोर तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। इस पानी से न केवल कुरुक्षेत्र के किसानों को फायदा होगा अपितु कुरुक्षेत्र के डार्क जोन की समस्या का भी समाधान होगा।

पर्यटन स्थल भी विकसित होंगे

उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी को हजारों सालों के बाद फिर से धरा पर बहता देखकर मन को आत्म संतुष्टि भी होगी। इसके साथ सरकार की तरफ से आदिबद्री से हरियाणा की सीमा तक नदी के किनारे पर स्थित पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जाएगा। हरियाणा के नागरिक सदैव मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आभारी रहेंगे, इस सरकार के कार्यकाल में ही विश्व को ज्ञान व शिक्षा देने वाली और सभ्यता की जननी सरस्वती नदी को एक नया स्वरूप देने का काम किया जा रहा है। इस नदी के आसपास गांवों में तालाबों को सुंदर बनाया जाएगा और इन तालाबों में पानी का भराव भी किया जाएगा। इससे बरसाती पानी का संरक्षण करने का प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर प्रदीप सहगल, गुरदेव शर्मा मेहरा, सत प्रकाश शर्मा, अनिल गुप्ता मौजूद थे।


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