आपसी सहयोग के साथ यादगार बनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव : फुलिया
डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 में देश विदेश से पहुंचने वाले लाखों पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए सरकार की तरफ से हर प्रकार के बेहतर इंतजाम किए जाएंगे और महोत्सव की तमाम गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
डीसी डॉ. एसएस फुलिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 में देश विदेश से पहुंचने वाले लाखों पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए सरकार की तरफ से हर प्रकार के बेहतर इंतजाम किए जाएंगे और महोत्सव की तमाम गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी। केडीबी और प्रशासन का प्रयास रहेगा कि महोत्सव की गूंज हरियाणा और भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सुनी जा सके। वह रविवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मीडिया सेंटर में मीडिया के साथ परिचर्चा और सुझाव कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष महोत्सव की खामियों को मिले सुझावों के बाद दूर किया जाएगा और महोत्सव में स्वच्छता पर विशेष फोकस रखते हुए वन टाईम यूज प्लास्टिक पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। इस महोत्सव में स्थानीय लोगों के लिए स्टालों का आबंटन ड्रा के माध्यम से किया जाएगा और महोत्सव में पर्यटकों के लिए किफायती दरों पर अच्छी गुणवता का खाने पीने का सामान उपलब्ध करवाया जाएगा। इस महोत्सव में ट्रैफिक व्यवस्था के लिए पूरी योजना तैयार की गई है और पिछले वर्ष से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की संख्या में भी इजाफा किया गया है। इस बार मिले सुझावों के बाद ब्रह्मंसरोवर के चारों तरफ मंदिरों और अन्य धाíमक स्थलों का केडीबी की तरफ से लाइटिग से सजाया जाएगा, सन्निहित सरोवर पर सफाई व्यवस्था और लाइटिग करवाई जाएगी। केडीबी के सीईओ गगनदीप सिंह ने कहा कि सभी सुझावों पर तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर केडीबी सदस्य सौरभ चौधरी, विजय नरूला, डीआईपीआरओ सुरेश कंवर सरोहा मौजूद थे।
28 राज्यों और नौ केंद्र शासित प्रदेशों के शिल्पकार बनेंगे महोत्सव की शान
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबडा ने 23 नवंबर से 10 दिसंबर तक शिल्प और सरस मेले का आयेाजन किया जाएगा तथा तीन से 8 दिसंबर तक मुख्य कार्यक्रम होंगे। एनजेड सीसी की तरफ से 28 प्रदेशों व नौ केंद्र शासित राज्यों से शिल्पकारों और लोक कलाकारों को निमंत्रण दिया गया है। इसी तरह सरस मेले के लिए प्रदेश के 22 जिलों और देश के सभी राज्यों को निमंत्रण दिया गया है। इसके लिए 18 राज्यों ने अपनी स्वीकृति दे दी है।