हमें कोरोना हुआ तो जिम्मेदार कौन?
कुरुक्षेत्र श्रीकृष्णा विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के 17 अगस्त से परीक्षाएं निर्धारित करने के विरोध में प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्णा विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र के 17 अगस्त से परीक्षाएं निर्धारित करने का चार दिन पहले विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस के छात्र संगठन ने विश्वविद्यालय के गेट पर धरना प्रदर्शन कर उप कुलपति को ज्ञापन सौंपा। छात्र संगठनों ने साफ कहा कि शिक्षण संस्थान 31 अगस्त तक बंद हैं। अगर किसी को कोरोना हो गया तो इसका जिम्मेदारी कौन होगा? वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, पूर्व मंत्री हरमोहिदर सिंह चट्ठा और लाडवा विधायक मेवा सिंह समेत वरिष्ठ नेताओं ने धरने में शामिल होकर उनका साहस बढ़ाया।
एनएसयूआइ के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने बताया कि धरना प्रदर्शन शारीरिक दूरियों के नियम का पालन करते हुए मास्क लगाकर किया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान कोरोना के चलते 31 अगस्त तक बंद हैं। वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में परीक्षा कराना छात्रों के लिए खतरे से कम नहीं है। उनको अगली कक्षा में परीक्षा के बिना ही प्रमोट किया जाएं।
उत्तर प्रदेश में कर चुके हैं प्रमोट
छात्र नेताओं ने बताया कि सीसीआइएम की गाइडलाइंस के अनुसार जीएस आयुर्वेदा मेडिकल कालेज व अस्पताल हापुड, उत्तर प्रदेश, वैद्य यज्ञ दत्त आयुर्वेद महाविद्यालय खुजरा बुलंदपुर, एम्स पटना, महावीर आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज व अस्पताल में विद्यार्थियों को भी अस्थायी तौर पर प्रमोट किया गया है। इन जगहों पर ऑनलाइन कक्षाएं भी शुरू हो गई है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष ईशान शर्मा, उपाध्यक्ष अमन चौधरी, कुवि अध्यक्ष रोकी राणा, चेयरमैन शुभम ऐबला, कैंपस अध्यक्ष विशाल भारद्वाज, पार्टी इंचार्ज यशदीप सैनी, साहिल बैनीवाल, अमन पान्नू, अमन जोशी, जय पराशर, अनुभव जिदल व अजय मैहला मौजूद रहे।