नई ऊर्जा का संचार करता है बसंत : सचदेवा
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि बसंत प्रकृति में नई ऊर्जा का संचार करता है। यह हमारी सभ्यता संस्कृति और ऋतु परिवर्तन का प्रतीक है। उन्होंने ये बात वीरवार को कुवि के संगीत व नृत्य विभाग की ओर से करवाए गए बसंतोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि कही।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि बसंत प्रकृति में नई ऊर्जा का संचार करता है। यह हमारी सभ्यता, संस्कृति और ऋतु परिवर्तन का प्रतीक है। उन्होंने ये बात वीरवार को कुवि के संगीत व नृत्य विभाग की ओर से करवाए गए बसंतोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि कही।
उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से नई पीढ़ी को देश की प्राचीन संस्कृति के साथ परंपराओं के बारे में जानने का मौका मिलेगा। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव डा. संजीव शर्मा ने कहा कि प्राचीन काल से ही भारत में उत्सवों की परंपरा रही है। इस तरह के कार्यक्रमों से आपसी भाईचारे और प्रेम को बल मिलता है। इस कार्यक्रम में संगीत विभाग के शिक्षकों तथा विद्यार्थियों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से श्रोताओं का मन मोह लिया।
इसके पश्चात संगीत व नृत्य विभाग की ओर से उपलब्धियों पर आधारित डाक्यूमेंट्री दिखाई गई। डा. मुनीश के निर्देशन में राग बसंत पर आधारित समूह गान की प्रस्तुति दी। इसके पश्चात संगीत विभाग के शिक्षक डा. संजीव शर्मा के निर्देशन में शिक्षकों तथा विद्यार्थियों ने सितार व तबला वादन की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में विभाग की नृत्य शिक्षिका डा. अमरजीत कौर के निर्देशन में कत्थक नृत्य की प्रस्तुति दी। इस मौके पर डा. आरती श्योकंद, डा. अशोक शर्मा, डा. हरविद्र सिंह, डा. दीपक शर्मा, डा. सुशील, डा. शालू जोशी, नितिन शर्मा, डा. विवेक जैन व डा. सीमा जौहरी मौजूद रही।