कोरोना काल में वंदना ने निभाई सामाजिक जिम्मेदारी
लॉकडाउन लगते ही लोग अपने घरों में दुबक गए थे। लोगों को घर से बाहर निकलते ही कोरोना का डर सताने लग जाता था।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : लॉकडाउन लगते ही लोग अपने घरों में दुबक गए थे। लोगों को घर से बाहर निकलते ही कोरोना का डर सताने लग जाता था। इन सबके बीच द्वारकाधीश चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्षा वंदना सिगला ने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाया। उन्होंने मास्क बांटने से लेकर जरूरतमंदों की मदद का भरसक प्रयास किया। लोगों को सुबह के समय नाश्ता और दोपहर का खाना तक पहुंचाने में पीछे नहीं हटी।
वंदना सिगला ने बताया कि कोरोना के शुरूआती दौर में स्थिति चिता पैदा करने वाली थी। एक बार तो उसको भी समझ नहीं आ रहा था। वह एक दिन अपने सेक्टर-3 स्थित घर पर थी। दो महिलाएं उनके घर पर पहुंची। उनके साथ एक बच्चा भी था। उन्होंने खाने को लेकर अपनी समस्या बताई और मदद मांगी। उसने उनकी मदद के लिए एक मिनट की देरी नहीं की।
पति से सलाह कर निकली बाहर
उसने उसी शाम को अपने पति से पूरे मामले पर चर्चा की और जरूरतमंदों की मदद करने की बात रखी। वे भी इसके लिए तुरंत तैयार हो गए। उन्होंने एसडीएम कार्यालय से इसकी परमिशन ली। इसके बाद लोगों तक नाश्ता व चाय पहुंचानी शुरू कर दी। कई बार दोपहर को भी खाना बनाकर ले जाते थे। उन्होंने पूरे लॉकडाउन जरूरतमंदों तक नाश्ता पहुंचाने की ठान ली थी।
मास्क बांटने के साथ किया जागरूक
वंदना सिगला ने बताया कि कोरोना से बचने के लिए मास्क जरूरी था, लेकिन लोग इतने जागरूक नहीं थे और न ही उनके पास मास्क थे। उन्होंने एक जगह से मास्क लिए और लोगों के बीच में जाना शुरू कर दिया। लोगों को मास्क के फायदे बताए और जरूरतमंदों तक मास्क भी पहुंचाए। इसके बाद कपड़े के मास्क फील्ड में आने लगे। उन्होंने लोगों को कपड़े के मास्क उपलब्ध कराए। वह अब भी जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहती है।