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कर्मचारियों का उत्पीड़न और शोषण बंद करे विवि प्रशासन : कक्कड़

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक संघ (कुंटिया) ने विवि प्रशासन की ओर से सुनवाई ना किए जाने के रोष स्वरूप बुधवार से धरना प्रदर्शन शुरू कर कर्मचारियों का उत्पीड़न और शोषण बंद करने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 08:50 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 08:50 AM (IST)
कर्मचारियों का उत्पीड़न और शोषण बंद करे विवि प्रशासन : कक्कड़
कर्मचारियों का उत्पीड़न और शोषण बंद करे विवि प्रशासन : कक्कड़

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय गैर शिक्षक संघ (कुंटिया) ने विवि प्रशासन की ओर से सुनवाई ना किए जाने के रोष स्वरूप बुधवार से धरना प्रदर्शन शुरू कर कर्मचारियों का उत्पीड़न और शोषण बंद करने की मांग की है। अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे कर्मचारियों ने दोपहर एक से दो बजे तक कुवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने कहा कि प्रशासन लगातार उनकी अनदेखी करता आ रहा है। इसी परेशानी में एक कर्मचारी ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। अगर जल्द अधिकारियों ने कुंटिया की मांग को पूरा नहीं किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

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प्रदर्शनकारियों को नेतृत्व करते हुए कुंटिया अध्यक्ष सुनील कक्कड़ ने कहा कि कुवि प्रशासन ने बगैर किसी ठोस कारण और जांच के पूर्व महासचिव नीलकंठ शर्मा को सस्पेंड कर दिया है। पूर्व महासचिव की दोबारा बहाली की मांग को लेकर कुंटिया ने कुवि प्रशासन को पत्र लिखा है लेकिन अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि पिछले कई माह से कुवि प्रशासन कर्मचारियों का उत्पीड़न और शोषण करता आ रहा है। कर्मचारियों की जायज मांगों को अनदेखा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुंटिया इस तानाशाही रवैये को बर्दाश्त नहीं करेगी। अब कर्मचारी हितों को लेकर आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। पहले दिन के प्रदर्शन में उनके साथ वरिष्ठ उपप्रधान पोली राम, कार्यकारिणी सदस्य अर्जुन सिंह, महेंद्र सिंह, कामता प्रसाद, मान सिंह, मेहर चंद, जसवंत सिंह, ईशम सिंह, सोमनाथ, दिनेश कुमार, तेजा सिंह व पीड़ित कर्मचारी पूर्व महासचिव नीलकंठ शामिल रहे। पूर्व महासचिव भारत भूषण ने फूल माला पहनाकर सभी पदाधिकारियों को धरने पर बैठाया। प्रदर्शनकारियों ने एलान किया जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।


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