समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व समझें शिक्षक : ढींढसा
कृषि विश्वविद्यालय हिसार के पूर्व वैज्ञानिक प्रो. कुलदीप सिंह ढींढसा ने कहा कि एक शिक्षक को समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व समझना होगा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कृषि विश्वविद्यालय हिसार के पूर्व वैज्ञानिक प्रो. कुलदीप सिंह ढींढसा ने कहा कि एक शिक्षक को समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व समझना होगा। एक शिक्षक में निरंतर विकास, कर्तव्य निष्ठा और निरंतर सीखने प्रवृति का होना जरूरी है।
उन्होंने ये बात शनिवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग की ओर से आयोजित रिफ्रेशर कोर्स के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि विज्ञान एक ऐसा विषय है जिसमें विद्यार्थियों को हमेशा प्रश्न लेकर तैयार रहना चाहिए। इसी जिज्ञासा से नए अविष्कारों की शुरुआत होती है। एक शिक्षक की सफलता में विद्यार्थियों का भी योगदान होता है। विशिष्ट अतिथि के तौर पर संबोधित करते हुए प्रोफेसर एमरिटस एसपी सिंह ने विज्ञान की विभिन्न शाखाओं में रसायन शास्त्र के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मॉलिक्यूलर साइंस भी रसायन शास्त्र के ज्ञान के बिना अधूरी है। उन्होंने कहा कि थ्योरी के साथ-साथ प्रेक्टिकल कोर्स को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही इसमें निरंतर बदलाव किए जाना भी जरूरी है। रसायन शास्त्र विभाग की विभाग अध्यक्ष प्रो. नीरा राघव ने कहा कि इस तरह के रिफ्रेशर कोर्स शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए भी लाभकारी होते हैं। इस रिफ्रेशर कोर्स में कई राज्यों से प्रतिभागी शामिल हुए हैं। कोर्स के को-ऑर्डिनेटर डा. हरदीप आनंद ने रिफ्रेशर कोर्स की रिपोर्ट पढ़ते हुए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया और उनके अनुशासन की सराहना की। मानव विकास केंद्र की निदेशिक प्रो. नीरा वर्मा ने मानव संसाधन विकास केंद्र की महत्वता के बारे में बताया। उन्होंने रिफ्रेशर कोर्स के सफलतापूर्वक संचालन के लिए डा. हरदीप आनंद को बधाई दी। समापन समारोह के अंत में डा. अश्वनी कुमार ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।