आंतकियों के हमले में मारे गए पूर्व विधायक के बेटे को दी श्रद्धांजलि
शाहाबाद में करीब 23 वर्ष पहले नौ अप्रैल 1988 को आतंकवादियों के हमले में मारे गए तत्कालीन विधायक स्व. हरनाम सिंह के बेटे खुशदेव सिंह गुरप्रीत कौर और गुरदीप सिंह को शुक्रवार को खुशदेव सिंह स्मारक पर श्रद्धांजलि दी गई।
संवाद सहयोगी, शाहाबाद : शाहाबाद में करीब 23 वर्ष पहले नौ अप्रैल 1988 को आतंकवादियों के हमले में मारे गए तत्कालीन विधायक स्व. हरनाम सिंह के बेटे खुशदेव सिंह, गुरप्रीत कौर और गुरदीप सिंह को शुक्रवार को खुशदेव सिंह स्मारक पर श्रद्धांजलि दी गई।
भाकपा के प्रदेश महासचिव कामरेड दरियाव सिंह ने कहा कि इस परिवार की शौर्य गाथा इतिहास का हिस्सा रहेगी। उन्होंने बताया कि वर्ष 1988 में तत्कालीन भाकपा विधायक डा. हरनाम सिंह के आवास पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में उनके ज्येष्ठ पुत्र एडवोकेट खुशदेव सिंह, पुत्रवधू गुरप्रीत कौर और गुरदीप सिंह की आतंकियों से लड़ते हुए मौत हो गई थी। उस समय पूर्व विधायक, उनकी पत्नी जसवंत कौर और नजदीकी रिश्तेदार हीरा सिंह भी आतंकवादियों की गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनकी इस बहादुरी को देखते हुए ही तत्कालीन राष्ट्रपति आर वेंकटरमन ने उनके परिवार के पांच सदस्यों को शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया था।
उन्होंने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री देवीलाल ने शाहाबाद पहुंचकर इन तीनों की स्मृति में स्मारक बनाने और विधायक के निवास वाली गली का नाम गली शहीदां रखने की घोषणा की थी। मंच संचालन प्रीतम सिंह ने किया। इस अवसर पर जसवंत कौर, कामरेड दरियाव सिंह प्रदेश सचिव भाकपा, कामरेड बंता राम, कामरेड मनजीत सिंह, गुरभजन सिंह मौजूद रहे। खुशदेव के नाम से नहीं बना पार्क
इसके अलावा बराड़ा-जीटी रोड चौक पर खुशदेव सिंह के नाम पर एक पार्क बनाने और उसमें उनकी प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा भी की थी। नगरपालिका शाहाबाद को खुशदेव सिंह की प्रतिमा स्थापित करने के लिए सरकार ने उस समय 1.25 लाख रुपये दिए थे। नगरपालिका ने एक मूर्तिकार से उनकी प्रतिमा का निर्माण करवाया था, लेकिन इस पर विवाद हो गया था। प्रतिमा आज तक नहीं लगाई जा सकी है। नगरपालिका की तैयार प्रतिमा का चेहरा खुशदेव से नहीं मिलता था, जिसके चलते परिवार के लोगों ने मना कर दिया था। खुशदेव सिंह की स्मृति में जीटी रोड पर निर्माणाधीन पार्क में प्रतिमा लगाने के लिए फाउंडेशन भी बनाया गया है।