आसमान से कहर बनकर बरसा 37 एमएम पानी, फसलों पर आफत
बेमौसम बारिश फसलों के लिए आफत बनी हुई है। पिछले आठ दिनों में अब तक जिले में 45 एमएम पानी बरसा है। तेज हवाओं के साथ आसमान से बरसे इस पानी ने फसलों पर कहर बरपा दिया। इससे निचले इलाके के कई खेतों में पानी खड़ा हो गया है। तेज हवा से गेहूं की फसल इस पानी पर बिछ गई है। फसल की हालत देख किसानों में बेचैनी बढ़ती जा रही है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बेमौसम बारिश फसलों के लिए आफत बनी हुई है। पिछले आठ दिनों में अब तक जिले में 45 एमएम पानी बरसा है। तेज हवाओं के साथ आसमान से बरसे इस पानी ने फसलों पर कहर बरपा दिया। इससे निचले इलाके के कई खेतों में पानी खड़ा हो गया है। तेज हवा से गेहूं की फसल इस पानी पर बिछ गई है। फसल की हालत देख किसानों में बेचैनी बढ़ती जा रही है। खेतों में पहले से खड़ा था पानी
अभी 5 से 7 मार्च तक आई 25 एमएम बारिश का पानी सूखा भी नहीं था कि बुधवार की रात दोबारा फिर 20 एमएम पानी फसलों पर कहर बनकर बरसा। रात आठ बजे के लगभग शुरू हुई बारिश लगभग 11 बजे तक जारी रही। इस बरसात ने खेतों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी कई जगह सड़कों और खाली प्लाटों पर पानी भर दिया। मौसम विशेषज्ञों की ओर से अभी दो दिन ओर बारिश होने की आशंका ने किसानों की नींद उड़ा दी है। डेढ़ लाख हेक्टेयर में खड़ा गेहूं, सब्जी और अन्य फसलों पर आफत
जिला भर में लगभग डेढ लाख हेक्टेयर में गेहूं, गन्ना, सब्जी व अन्य फसलों खड़ी हैं। इन दिनों गेहूं की फसल में दाना बनने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में किसान खेत में सिचाई भी सोच-समझकर करतें हैं। इन दिनों में आने वाली बारिश से हर हाल में नुकसान होता है। पिछले आठ दिनों में तेज हवाओं के साथ आई बारिश ने गेहूं ही नहीं गन्ना को भी जड़ों से हिला दिया है। एक बार जड़ छोड़ने से पैदावार पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। गांव फतुहपुर के किसान रामदिया ने कहा कि यह बारिश उनके लिए आफत बन कर आई है। पिछले कई दिनों से गेहूं के खेतों में पानी खड़ा है ऐसे यह पीली होने लगी है। कुरुक्षेत्र का थानेसर ब्लॉक सबसे प्रभावित अब तक 63 एमएम बारिश
इन आठ दिनों में कुरुक्षेत्र का थानेसर ब्लॉक बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इसी ब्लॉक में 5 से 7 मार्च को 26 एमएम और अब बुधवार की रात को 37.6 एमएम बारिश हुई है। जिला भर में बुधवार को औसत बारिश 20 एमएम रही। थानेसर में 37.6, शाहाबाद में 6, बाबैन में 22, पिहोवा में 18, इस्माईलाबाद में 16 और लाडवा में 21 एमएम बारिश हुई है। आने वाले दो दिनों में और बारिश होने की आशंका
कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. प्रद्युम्न भटनागर ने कहा कि अभी आने वाले दो दिन और बारिश की आशंका है। किसानों को चाहिए कि जितना हो सके गेहूं के खेत में खड़े पानी को जल्दी निकालने का प्रयास करें। इन दिनों में गेहूं में पानी खड़ा होने और इसके खेत में गिरने से पैदावार पर असर पड़ सकता है।