विकास तो हुआ, मगर उतना नहीं जितने की आस थी
थानेसर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस का मिलाजुला असर दिख रहा है। ग्रामीण विकास की बात तो कह रहे हैं लेकिन उनकी आशाएं अभी भी सरकार से लगी हुई हैं कि दोबारा सरकार बनने के बाद उनकी मांगे पूरी होंगी या नहीं इसी उथल-फुथल में हैं।
कुरुक्षेत्र : थानेसर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस का मिलाजुला असर दिख रहा है। ग्रामीण विकास की बात तो कह रहे हैं, लेकिन उनकी आशाएं अभी भी सरकार से लगी हुई हैं कि दोबारा सरकार बनने के बाद उनकी मांगे पूरी होंगी या नहीं, इसी उथल-फुथल में हैं। युवा जहां खेलने के लिए स्टेडियम और नौकरियां चाहते हैं। वहीं, बुजुर्ग गांवों में विकास कराने के लिए कह रहे हैं। वहीं, मंझले दुकानदार काम-धंधा चौपट होने की बात कह रहे हैं। नौकरीपेशा लोग भी सरकार की नीतियों से पूरी तरह सहमत नहीं हैं। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि इस बार कांग्रेस व भाजपा दोनों में ही मुकाबला है। दोनों के प्रत्याशियों की जनता में पहुंच हैं।
शहर के नए बस अड्डे से जागरण संवाददाता ने बाइक को ग्रामीण क्षेत्र की ओर मोड़ लिया। पहला गांव खेड़ी मारकंडा आया, जिसका अधिकतर हिस्सा शहर में आ चुका है। यहां लोग दुकानों पर बैठे चुनावी बातों में मशगूल थे। दुकानदार प्रमोद, अवतार व दिलबाग का कहना था कि भाजपा ने विकास तो बहुत किया है। इसी विकास के लिए उन्होंने वर्ष 2014 में भाजपा को चुना था। लेकिन, जिस रफ्तार से विकास होना था वह नहीं हुआ। इसके आगे चले तो गांव अमरगढ़ मझाड़ा में पहुंचे, यहां हर घर पर भाजपा का झंडा था। लोगों से पूछा तो उन्होंने कहा कि एक-दो दिन पहले ही भाजपा का कार्यक्रम हुआ है। हालांकि यहां अधिकतर मतदाता मौजूद सरकार को ही पसंद करते हैं। गांव प्रतापगढ़ के पंचायत घर में क्रिकेट खेल रहे युवा प्रवीण, राहुल, मोहित, सुशील, मनीष, रजत, साहिल व प्रिस कहना था कि खेल के लिए स्टेडियम की जरूरत है, मगर स्टेडियम नहीं बना। सरकार की ओर से युवाओं के स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए जिम का सामान तो उपलब्ध करा दिया है। मौजूदा सरकार ने नौकरियों में पारदार्शिता बरती है। युवाओं को रोजगार भी मिला है।
गांव रतनडेरा रोड पर ताश खेल रहे दुकानदारों के पास बाइक रोक कर रुझान लेना चाहा तो दुकानदार संदीप, बलजीत, गुलाब सिंह, सुमेर चंद शर्मा कहना था कि बरसातों के दौरान रतनडेरा रोड पर सरस्वती नदी का पानी का आया गया था, मगर प्रशासन ने अवैध कॉलोनी कहकर पल्ला झाड़ लिया था। दुकानदारों ने कहा इस बार वे सोच समझकर मतदान करेंगे, ताकि सही प्रत्याशी को जनता के हितों की रक्षा करने की कमान मिल सके।