साढ़े छह करोड़ी सिथेटिक ट्रैक हैंडओवर से पहले होने लगा खराब
कुरुक्षेत्र। गुरु द्रोणाचार्य खेल स्टेडियम में लगभग साढ़े छह करोड़ की लागत से बने सिथेटिक ट्रैक पर खेल विभाग को हैंडओवर होने से पहले ही धंसने का खतरा मंडराने लगा है।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : गुरु द्रोणाचार्य खेल स्टेडियम में लगभग साढ़े छह करोड़ की लागत से बने सिथेटिक ट्रैक पर खेल विभाग को हैंडओवर होने से पहले ही धंसने का खतरा मंडराने लगा है। दरअसल पीडब्ल्यूडी ने ट्रैक के चारों तरफ इंटरलॉकिग टाइल लगवाने की बजाय सिर्फ मिट्टी लगाकर ही काम चला दिया है। ऐसे में सरकार के साढ़े छह करोड़ रुपये बारिश में मिट्टी के साथ बहते नजर आ रहे हैं।
दैनिक जागरण ने ग्राउंड रिपोर्ट देखी तो कई तरह की कमियां सामने नजर आई। ट्रैक के साथ मिट्टी पड़ी है और बारिश के पीना में मिट्टी बह जा रही है। जिससे ट्रैक चारों तरफ से खोखला हो रहा है। फिलहाल इस तरफ किसी का ध्यान नहीं है। खेल विभाग बाहरी लोगों को ट्रैक पर आने से रोकने में लगा हुआ है और इसके लिए दो पुलिसकर्मियों की भी ड्यूटी लगाई गई है।
दस फरवरी को करना था हैंडओवर
पीडब्ल्यूडी ने मार्च 2019 में गुरु द्रोणाचार्य स्टेडियम में सिथेटिक ट्रैक बनाने का काम शुरू किया था। इसको 10 फरवरी 2020 को हैंडओवर करना था। विभाग अब तक इसको हैंडओवर नहीं कर पाया है। अब 15 सितबर 2020 को खेल विभाग को स्टेडियम हैंडओवर करने की बात कही जा रही है।
यह है सिथेटिक ट्रैक
400 मीटर का आठ लेन होगा ट्रैक
द्रोणाचार्य स्टेडियम में 400 मीटर लंबा सिथेटिक ट्रैक स्थापित किया गया है। यह आठ लेन का है। इस पर विभिन्न दौड़, जेवलिन थ्रो, शॉटपुट, हेमर थ्रो, डिस्कस थ्रो, जंप सहित एथलेटिक्स के अन्य खेलों से संबंधित खिलाड़ी अभ्यास कर सकेंगे।अब तक पंचकूला, हिसार व रोहतक में ही खिलाड़ियों को सिथेटिक ट्रैक की सुविधा मिल रही हैं।
सिथेटिक ट्रैक बनकर पूर्ण रूप से तैयार हो चुका है। यहां प्रशासनिक भवन में निर्माण कार्य चल रहा है। इसको कुछ दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद स्टेडियम खेल विभाग को सौंप दिया जाएगा। ट्रैक के चारों तरफ इंटरलॉकिग टाइल लगवाई जानी हैं।
अमित मलिक, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी, कुरुक्षेत्र। पीडब्ल्यूडी ने अभी सिथेटिक ट्रैक और प्रशासनिक भवन खेल विभाग को नहीं सौंपा है। ट्रैक धंसने का खतरा चिता का विषय है। मैं अधिकारियों से इस बारे में बात करुंगा और खुद भी निरीक्षण करुंगा। किसी तरह की कमी मिलने पर संबंधित विभाग और ठेकेदार से दुरुस्त कराई जाएंगी।
संदीप सिंह, खेल मंत्री, हरियाणा सरकार।