एचएसवीपी की टीम पांचवें दिन पहुंची सेक्टर-तीन, सेक्टरवासियों ने सप्लाई का पानी पिलाकर पूछा आई दुर्गंध
पीलिया का प्रकोप झेल रहे सेक्टर तीन के लोगों ने सोनिया के घर पहुंची एचएसवीपी की टीम का घेराव किया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सेक्टर 3 में पीलिया के प्रकोप से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गुस्साए सेक्टर वासियों ने पहले क्षेत्र में पीलिया के मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम को घेर कर खरी-खरी सुनाई फिर एचएसवीपी की टीम को मृतक सोनिया के घर बुलाया। लोगों ने एचएसवीपी के वाटर जेई के साथ आई टीम को घरों में आ रहा दूषित पानी पिलाकर पानी के बारे में पूछा। टीम के सदस्यों ने घूंट भरते ही कहा कि पानी में अब भी थोड़ी-थोड़ी दुर्गंध है। जेजेपी नेता एवं पार्षद पुत्र योगेश शर्मा और लोगों ने आरोप लगाया कि इससे ज्यादा गंदा पानी वे हर रोज पी रहे हैं। अभी भी दूषित पानी सप्लाई दुरुस्त नहीं हुई। योगेश ने आरोप लगाया कि एचएसवीपी ने चार माह से क्लोरिनेशन का ठेका ही नहीं दिया था, जिसकी वजह से इतने लोग बीमार हुए। जेई नरेंद्र ने कहा कि अब क्लोरिनेशन ठीक से हो रही है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक ओपीडी में आठ से ज्यादा मरीजों को सैंपल देने के लिए एलएनजेपी अस्पताल रेफर किया गया है। लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को घेरा
स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुदेश सहोता अपनी टीम के साथ मृतक सोनिया के घर पहुंचे तो स्वजनों ने उन पर सवाल दागने शुरू कर दिए। स्वजनों ने डॉ. सुदेश सहोता से पूछा कि क्या सोनिया को पीलिया नहीं था तो डॉ. सहोता ने रिपोर्ट के आधार पर पीलिया के बारे में पुष्टि करने की बात कही। उन्होंने कहा कि रोहतक पीजीआइ से डेथ समरी के लिए प्रयास किया जा रहा है। आरोप- डॉक्टर स्वजन बन रोहतक से ले आए रिपोर्ट
मृतक सोनिया के स्वजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाया कि रोहतक पीजीआइ में स्वास्थ्य विभाग का कोई कर्मचारी मृतक सोनिया की डेथ समरी ले गया है। मृतका के जेठ सोनू ने आरोप लगाया कि उन्होंने रोहतक स्थित अपने स्वजनों को पीजीआइ से डेथ समरी लेने के लिए भेजा था, लेकिन वहां उन्हें बताया गया कि कोई व्यक्ति सोनिया की डेथ समरी ले गया है। परिजनों का आरोप है कि डेथ समरी स्वास्थ्य विभाग के हाथ में आ गई है। मगर विभाग जानबूझकर रिपोर्ट सामने नहीं लेकर आ रहा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसे मानने को तैयार नहीं है। सुरेंद्र का आरोप है कि मृतक सोनिया की मौत 21 जनवरी को हो चुकी है, जबकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 22 जनवरी को टीका लगाने की बात लिखकर उसमें कटिग कर रखी है। टीम के सामने रिपोर्ट लेकर पहुंचे लोग
मृतक सोनिया के घर परिजनों से मिलने के लिए पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को आसपास रहने वालों ने भी घेर लिया और बोले कि पीलिया का प्रकोप उनके घरों में भी है। रणजीत कौर ने बताया कि उसकी 17 वर्षीय बेटी जैसमीन को 6.04 पीलिया है। इतने में महिला जोशना भी आगे आई और बोली की मेरी बहू नीतू की हालत पीलिया की वजह से इतनी खराब है कि उसे निजी अस्पताल में उपचार के लिए लेकर जाना पड़ा। सुरेंद्र के भाई सोनू ने अपने बेटे शोभित को आगे करते हुए बताया कि दो दिन से शोभित कुछ खा पी नहीं रहा है। उसकी हालत भी खराब है। आसपास के लोगों ने कहा कि एचएसवीपी अधिकारी तो उनकी अनदेखी कर ही रहे हैं स्वास्थ्य विभाग भी उन्हें सही से उपचार नहीं कर रहा। स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की पीलिया दूषित पेयजल सप्लाई से फैला
सेक्टर तीन में पीलिया फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों के रक्त के सैंपल 22 जनवरी को करनाल लैब में जांच होने के लिए भेजे थे। स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि करते हुए बताया कि लैब के नतीजों के मुताबिक पीलिया के मरीज हैपेटाइटिस ए व ई से ग्रसित हैं। यह बीमारी दूषित पेयजल के सेवन से होती है। ऐसे में एचएसवीपी की लापरवाही को स्वास्थ्य विभाग की पुष्टि खुलकर बयां कर रही है। स्वास्थ्य विभाग ने भरे आसपास सेक्टर में सप्लाई हो रहे पेयजल के सैंपल भी
सेक्टर तीन में आउट ब्रेक होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने न केवल सेक्टर तीन में एचएसवीपी के ट्यूबवेल के सैंपल भरे बल्कि आसपास के सेक्टर में भी पेयजल के सैंपल भरे हैं। सेक्टर 5 व 7 के ट्यूबवेलों से लिए गए पानी के नमूनों को भी जांच किया गया, जिसे पीने योग्य पाया गया।