पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा के नाम से बने मार्ग की हो रही दुर्दशा
पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा ने इस शहर को कभी चमकाया था आज उनके नाम से बना मार्ग प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो रहा है। ठेकेदार ने बनाने के नाम गुलजारी लाल नंदा मार्ग को जगह-जगह से तोड़कर बदहाल छोड़ दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा ने इस शहर को कभी चमकाया था, आज उनके नाम से बना मार्ग प्रशासन की अनदेखी का शिकार हो रहा है। ठेकेदार ने बनाने के नाम गुलजारी लाल नंदा मार्ग को जगह-जगह से तोड़कर बदहाल छोड़ दिया है। शुक्रवार को तेज बारिश की वजह से इस जर्जर मार्ग पर कई जगह जलभराव हो गया, जिसमें कई वाहन चालकों का नियंत्रण बिगड़ा। इस मार्ग का 500 मीटर के हिस्से पर चलना जोखिम भरा हो गया है। बारिश के बाद इसमें जलभराव होने की वजह से कई वाहन बीच में बंद हो गए। हालांकि सुबह होते ही पीडब्ल्यूडी और बीएंडआर के एक्सईएन ने खुद सड़क का निरीक्षण करके पानी की निकासी कराई और गड्ढ़ों में पत्थर डालकर भरवाया। मगर अभी भी इस सड़क को बनाने का नया टेंडर नहीं हो पाया है। सड़क पर जलभराव के कारण लगा जाम
गुलजारी लाल नंद मार्ग शहर की लाइफ लाइन है। कैथल-हरिद्वार मार्ग होने के चलते यहां से बड़ी तादाद में वाहन चालक गुजरते हैं। इसके अलावा शहर में प्रवेश करने के लिए भी इसी सड़क से होकर लोगों को जाना पड़ता है। पहले ही टूटी हुई इस सड़क पर शुक्रवार को तेज बारिश के चलते जलभराव हो गया था। जिसमें कई वाहन चालकों का नियंत्रण बिगड़ गया। गौरतलब है कि इसी सड़क को लेकर दुकानदार भी जाम लगा चुके हैं। हो रहे हादसे
जलभराव व सड़क टूटी होने की वजह से वाहन चालक विपरीत दिशा में करीब 500 मीटर चलते हैं। इससे कई बार दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। विपरीत दिशा में चलने से ही सड़कों पर जाम भी लग जाता है। इसको लेकर तीन दिन पहले ही पुलिस ने कार्रवाई भी की थी और महाराणा प्रताप चौक के पास विपरीत दिशा से आने वाले वाहन चालकों के चालान किए थे। मगर फिर भी वाहन चालक विपरीत दिशा में चले जाते हैं। गड्ढे भराने के लिए मैं मौके पर रहा तैनात : एक्सईएन
पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एक्सईएन अरुण भाटिया ने बताया कि बारिश के बाद जहां-जहां सड़क पर जलभराव हुआ है वहां-वहां से निकासी कराई जा रही है। मैं खुद मौके पर तैनात होकर पूरी स्थिति को देखकर आया हूं। उस जगह पर पत्थर डालकर उन गड्ढों को भरा जा रहा है। सड़क निर्माण के लिए टेंडर रद करने की प्रक्रिया उच्चाधिकारियों द्वारा चलाई जा रही है। जल भी नया टेंडर होगा जल्द से जल्द टूटी हुई सड़क के निर्माण के कार्य के निर्देश दिए जाएंगे।