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मानसून की पहली बारिश में ही सड़केंबनीं तालाब

मानसून की पहली बारिश में ही सड़कें तालाब में तबदील हो गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 Jun 2018 12:25 AM (IST)Updated: Fri, 29 Jun 2018 12:25 AM (IST)
मानसून की पहली बारिश में ही सड़केंबनीं तालाब

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : मानसून की पहली बारिश में ही सड़कें तालाब में तबदील हो गई। शहर की ऐसी सड़क, चौक चौराहा व कालोनी नहीं थी जो पानी की जद में न आया हो। प्रशासन की बदइंतजामी लोगों के लिए आफत साबित हुई। सड़कों पर जलभराव होने से राहगीरों के परेशानी का सामना करना पड़ा। दो पहिया वाहन चालक कई जगह फिसलन होने के कारण सड़क पर गिर गए।

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शहर में जलभराव होने के बाद प्रशासन जागा और अधिकारी शहर में पानी निकासी की व्यवस्था के जांचने के लिए पहुंचे। जिसके उपरांत नालों को खोला गया और पानी सड़कें से निकाला। शहर की जिन सड़कों पर निर्माण कार्य चल रहा है वहां तो दिन भर लोगों को गंदे पानी से गुजरना पड़ा।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बृहस्पतिवार को कुरुक्षेत्र में 27 एमएम वर्षा हुई। सबसे ज्यादा बारिश 53 एमएम थानेसर खंड में हुई, जबकि शाहाबाद में 33 तथा इस्माईलाबाद में 27 एमएम हुई। लाडवा में 22 एमएम, बाबैन में 18 एमएम व पिहोवा में मात्र 9 एमएम बारिश दर्ज की। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा। बृहस्पतिवार अलसुबह ही बारिश से जगह-जगह जल भराव हो गया। निचले इलाकों से लेकर पॉश कालोनी व सेक्टरों में भी जलभराव हो गया। लोगों ने पानी निकालने की कोशिश की, लेकिन निकासी अवरुद्ध होने के चलते कोशिश नाकाम रही।

मानसून की पहली बारिश में व्यवस्था फेल होने से धर्मनगरी जलमग्न हो गई। जनस्वास्थ्य विभाग व नगर परिषद की लापरवाही शहरवासियों के लिए आफत साबित हुई। शहर में नालों, ड्रेन व सीवर की सफाई न होने से जगह-जगह जलभराव हो गया। जलभराव की स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर में नालों, सीवर व ड्रेन की सफाई को लेकर नप व व जनस्वास्थ्य विभाग कितना संजीदा है, जिसका खामियाजा शहरवासी भुगत रहे हैं। इन कालोनियों में खड़ा हो गया पानी शहरों में दर्जन भर कालोनी ऐसी हैं, जहां पर लोगों को जलभराव की स्थिति से जूझना पड़ा। इनमें पटियाला बैंक कालोनी, विष्णु कालोनी, आजाद नगर, लक्ष्मण नगर, न्यू लक्ष्मण कालोनी, छोटा बाजार, शीला नगर, कॉलेज कालोनी, बैंक कालोनी, मोहन नगर, झांसा रोड स्थित श्याम कालोनी, सरस्वती कॉलोनी, मॉडल टाउन, ज्योतिनगर, वशिष्ठ कालोनी, लालयपुर बस्ती, खेड़ी मारकंडा, सेक्टर-7, 13, सेक्टर-5, दुखभंजन कालोनी, कॉलेज कालोनी, कीíत नगर, कैलाश नगर, शांतिनगर, कामरेड कालोनी, मोहन नगर व गो¨बदगढ़ की गलियों में पानी खड़ा हो गया।

यहां रही जलभराव की स्थिति थर्ड गेट से लेकर पिपली तक जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण गुलजारी लाल नंदा मार्ग पर आठ किलोमीटर तक जलभराव की स्थिति रही। जगह-जगह जलभराव होने के कारण राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी। पिपली गीता द्वार से लेकर थर्ड गेट तक जलभराव की स्थिति रही। मुख्य रूप से झांसा रोड, अमीन रोड, मीरी-पीरी चौक, देवीलाल चौक, अंबेडकर चौक, बिरला मंदिर चौक, मुख्य बाजार, सेक्टर-13, रोटरी चौक, एलएनजेपी अस्पताल, सीनियर सेकेंडरी स्कूल, थर्ड गेट, कैथल रोड व पिहोवा रोड पर जलभराव हुआ।

सफाई कर्मियों को दिए गए निर्देश नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बीएन भारती ने बताया कि शहर में जिन स्थानों पर ज्यादा जलभराव हुआ है, वहां पर पानी निकासी के जल्द प्रबंध करने के लिए सफाई र्किमयों के निर्देश दिए गए। नालों की सफाई के लिए सफाई र्किमयों के लगाया गया है, जो हर कालोनी व वार्ड में जाकर पानी निकासी को दुरुस्त कर रहे हैं। हाउ¨सग बोर्ड कालोनी की सड़कें बरसात के बाद से हुई लबालब संवाद सहयोगी पिपली : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सेक्टरों की गलियों व खाली पड़े प्लाटों में जलभराव होने से लोगों को दिक्कतों से गुजरना पड़ा, वहीं सेक्टर-3 की हाउ¨सग बोर्ड कालोनी की सड़कें पानी से लबालब हो गई हैं। इतना ही नहीं बरसात का पानी पार्कों और सड़कों के किनारे खड़ा होने से आने जाने वाले लोगों व कालोनीवासियों को परेशानियों से जूझना पड़ा। बरसात ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सभी दावों की पोल खोल दी है। सेक्टर-3 रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने सेक्टर में टूटी फूटी सड़कों और अन्य समस्याओं के लिए हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को जिम्मेवार ठहराया।

वहीं पिपली अनाज मंडी में पानी की निकासी ना होना व्यापारियों में किसानों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। हल्की सी बरसात के बाद पिपली अनाज मंडी के मुख्य प्रवेश द्वार पर पानी का भारी जमा हो जाता है जिसके चलते मंडी के अंदर आने जाने वाले व्यापारियों व किसानों को परेशानियों से दो चार होना पड़ा। पिपली अनाज मंडी के प्रधान बनारसी दास व पूर्व प्रधान राजीव गोयल ने बताया की मंडी के मुख्य प्रवेश द्वार से पानी की निकासी को चुस्त दुरुस्त करने के लिए उन्होंने कई बार अधिकारियों को गुहार लगाई, लेकिन हर बार आश्वासन देकर अधिकारी समस्या को भूल जाते हैं।


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