यू ट्यूब पर वीडियो देख घर में उगाए 120 पौधे
कुरुक्षेत्र जिदगी में फूलों से अच्छे रंग किसके हो सकते है। इसी सोच के साथ बागवानी से जुड़कर अंग्रेजी की अध्यापिका ने अपने घर में 120 पौधे उगा दिए। आज पूरा घर फूलों से सुगंधित हो रहा है। वह अब फूलों के साथ ऑक्सीजन देने वाले पौधों को भी अपनाने लगी हैं।
अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र :
जिदगी में फूलों से अच्छे रंग किसके हो सकते है। इसी सोच के साथ बागवानी से जुड़कर अंग्रेजी की अध्यापिका ने अपने घर में 120 पौधे उगा दिए। आज पूरा घर फूलों से सुगंधित हो रहा है। वह अब फूलों के साथ ऑक्सीजन देने वाले पौधों को भी अपनाने लगी हैं।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कमोदा में अंग्रेजी प्राध्यापिका सोनल पूजा बताती है कि उसे कलरफुल वस्तुएं बनाना अच्छा लगता है। उसने सोचा कि जिदगी में फूलों से अच्छे रंग किसी के नहीं सकते है। जिसके बाद उसने गार्डन क्रिएशन की फोटो देखी और यू-ट्यूब पर फूलों की अनेकों प्रकार की प्रजातियों की वीडियो देखी तो उनके व्यूज इतने अच्छे लगे कि वहीं से अपने चीजें डवलप करनी शुरू कर दी। वहीं दूसरी ओर अपना नया घर बनने के बाद सबकी तरह उन्हें भी कुछ नया कर घर को कलरफुल बनाने की इच्छा थी। फूलों के गमले को भी वह कलर में सजाती है। उन पर अलग-अलग तरह की पेंटिग कर उन्हें आकर्षक बनाती है। लगभग तीन सालों से वे अपने घर पर बागवानी का कार्य कर रही है। इन तीन सालों में उन्होंने अपने घर में 120 से अधिक गमले लगा रखे है। इनमें से 80 से अधिक पौधे फूलों के ही लगे हुए है।
घर में ही तैयार करती हैं पौध
सोनल पूजा बताती है कि वे कभी भी बाजार या नर्सरी से पौधे खरीदकर नहीं लाती। वे बाजार से बीज लाती हैं। उन्हें स्वयं पहले छोटे गमले में डालकर उनकी पौध तैयार करती है। पौध तैयार होने के बाद उन्हें बड़े गमलों में लगाती हैं। ऐसे में करने में मन को बहुत खुशी मिलती है।
घर में लगे 15 तरह के फूलों के पौधे
सोनल पूजा बताती है कि उनके घर में लगभग 15 तरह के फूलों के पौधे लगे हुए है। इनमें रोज, लोटस, पोमेग्रेनेट, डहलिया, डेजी, पोप्पी, हॉलीहॉक, लिली, डिहांटस, पैटूनिया, एरिका पाम, पोमपोम, प्रोटोलूका, जीनिया, गैलेडेरिया, पाल्पम व गेंदा शामिल है।
वॉशरूम में रखे मनीप्लांट
सोनल पूजा बताती हैं कि वे वेस्ट में पड़ी प्लॉस्टिक व कांच की बोतलों को साफ करने के बाद उनमें मनीप्लांट के पौधे लगा रखे है। जो बेडरूम, किचन और वॉशरूम में रखे है। मनी प्लांट के पौधे को कम पानी की आवश्यकता होती है और अधिक ऑक्सीजन जरनेट करते हैं।
स्कूल में उगाए फूल
सोनल पूजा बताती है कि घर के अलावा वे अपने स्कूल में भी बागवानी कार्य करती है। घर में पौध तैयार करने के बाद उनमें से वे कुछ पौध स्कूल में लगाने के लिए ले जाती है। स्कूल में उसके द्वारा लगाई गई पौध से अब फूल उगने लगे है। जो स्कूल का सौंदर्य बढ़ा रहे है।