संदिग्ध बुखार रोगियों पर भारी, बकरी का दूध बिक रहा 500 रुपये प्रति लीटर
संदिग्ध बुखार रोगियों पर भारी पड़ने लगा है। स्वास्थ्य विभाग क्षेत्र में डेंगू फैलने से इंकार कर रहा है वहीं निजी अस्पताल डेंगू का डर दिखाकर खूब लूट मचा रहे हैं। निजी अस्पतालों के साथ-साथ बकरी मालिक व नारियल का पानी बेचने वाले भी पीछे नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, लाडवा : संदिग्ध बुखार रोगियों पर भारी पड़ने लगा है। स्वास्थ्य विभाग क्षेत्र में डेंगू फैलने से इंकार कर रहा है, वहीं निजी अस्पताल डेंगू का डर दिखाकर खूब लूट मचा रहे हैं। निजी अस्पतालों के साथ-साथ बकरी मालिक व नारियल का पानी बेचने वाले भी पीछे नहीं हैं। इस समय लाडवा में बकरी का दूध 500 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। वहीं कच्चा नारियल (पानी वाला) 60 से 80 रुपये प्रति नारियल तक पहुंच गया है। कच्चा नारियल कभी 30 रुपये प्रति नारियल बिकता था, रोगियों के प्लेटलेट्स गिरने व डेंगू के खतरे को भांपते हुए यह 60 से 80 रुपये प्रति नारियल बिकने लगा है। यहीं नहीं हर चौक व चौराहे पर सब्जी की दुकानों पर कच्चे नारियल बिक रहे हैं।
बकरी का दूध तोड़ चुका पिछले रिकार्ड
क्षेत्र में संदिग्ध बुखार से लोग परेशान हैं, वहीं बकरी मालिक कमाई करने में जुटे हैं। संदिग्ध बुखार के चलते लाडवा में बकरी का दूध 500 रुपये प्रति लीटर तक बिक रहा है। 500 रुपये में भी पूरे नखरे के साथ दूध बेच रहे हैं। रोजाना ग्राहक बकरी मालिकों के दरवाजे पर खड़े रहते हैं। क्षेत्र वासी प्रदीप, मनोज, सुरजीत का कहना है कि क्षेत्र में संदिग्ध बुखार से पीड़ित रोगियों की संख्या घटने की बजाए दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। निजी अस्पतालों में रोगियों को दाखिल करने तक की जगह नहीं है। ऐसा कोई गली-मोहल्ला व गांव नहीं है, जहां संदिग्ध बुखार से पीड़ित रोगी न हों। आसपास खड़ा न होने दें पानी : डा. अंजलि वैद्य
लाडवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मुख्य चिकित्सक डा. अंजलि वैद्य का कहना है कि प्लेटलेट गिरना डेंगू होना नहीं है। बुखार में भी प्लेटलेट कम हो जाते हैं। अपने घरों के आसपास पानी खड़ा न होने दें। खड़े पानी में मच्छर मार दवा डालें।