Move to Jagran APP

विद्यार्थियों ने किया धरोहरों का अवलोकन

स्कूली विद्यार्थियों ने पिहोवा और थानेसर की प्राचीन धरोहरों का अवलोकन कर उनके बारे में जानकारी ली। विद्यार्थी अलग-अलग ग्रुप में तीर्थ स्थलों पर पहुंचे थे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्योतिसर के 100 विद्यार्थियों ने ब्रह्मसरोवर और बौद्ध स्तूप के बारे में जाना।

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Mar 2021 05:53 AM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 05:53 AM (IST)
विद्यार्थियों ने किया धरोहरों का अवलोकन
विद्यार्थियों ने किया धरोहरों का अवलोकन

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्कूली विद्यार्थियों ने पिहोवा और थानेसर की प्राचीन धरोहरों का अवलोकन कर उनके बारे में जानकारी ली। विद्यार्थी अलग-अलग ग्रुप में तीर्थ स्थलों पर पहुंचे थे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्योतिसर के 100 विद्यार्थियों ने ब्रह्मसरोवर और बौद्ध स्तूप के बारे में जाना।

loksabha election banner

पुरातत्व विभाग के इंचार्ज गुरलाभ ने बताया कि बौद्ध स्तूप सातवीं शताब्दी का है और इसका संबंध महात्मा बुद्ध से है। विद्यार्थियों ने धरोहर के आसपास साफ-सफाई की। पिहोवा खंड के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पिहोवा व बाबा श्रवण नाथ वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने प्राचीन तीर्थ प्राची पृथु के दर्शन किए और प्राचीन अवशेषों का अवलोकन किया गया। दोनों धरोहरों पर करीब 200 विद्यार्थी पहुंचे।

जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने बताया कि देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को आजादी की अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया है। शिक्षा विभाग ने इस दिन विद्यार्थियों को धरोहर से रूबरू कराने का अहम फैसला लिया है। इससे विद्यार्थियों को अपनी धरोहरों के बारे में नजदीक से जानने का मौका मिला। विद्यार्थी गदगद हुए

विद्यार्थी धरोहर के बारे में जानकार गदगद हो गए। राखी और नैना ने बताया कि किताबों में पढ़ने की बजाय नजदीक जाकर देखने से धरोहर के बारे में बेहतर जानकारी मिल सकती है। विभाग का कदम सराहनीय है। उनको टूर में बहुत कुछ नया जानने का मौका मिला। अशोक और निरंजन ने बताया कि ब्रह्मसरोवर व बुद्ध स्तूप पर सामान्य गए थे, लेकिन शिक्षकों की अगुवाई में पहली बार गए हैं। उनको यहां बहुत कुछ जानने का मौका मिला। विद्यार्थी श्रमदान के बिना नहीं रह पाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.