विद्यार्थियों ने किया धरोहरों का अवलोकन
स्कूली विद्यार्थियों ने पिहोवा और थानेसर की प्राचीन धरोहरों का अवलोकन कर उनके बारे में जानकारी ली। विद्यार्थी अलग-अलग ग्रुप में तीर्थ स्थलों पर पहुंचे थे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्योतिसर के 100 विद्यार्थियों ने ब्रह्मसरोवर और बौद्ध स्तूप के बारे में जाना।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्कूली विद्यार्थियों ने पिहोवा और थानेसर की प्राचीन धरोहरों का अवलोकन कर उनके बारे में जानकारी ली। विद्यार्थी अलग-अलग ग्रुप में तीर्थ स्थलों पर पहुंचे थे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्योतिसर के 100 विद्यार्थियों ने ब्रह्मसरोवर और बौद्ध स्तूप के बारे में जाना।
पुरातत्व विभाग के इंचार्ज गुरलाभ ने बताया कि बौद्ध स्तूप सातवीं शताब्दी का है और इसका संबंध महात्मा बुद्ध से है। विद्यार्थियों ने धरोहर के आसपास साफ-सफाई की। पिहोवा खंड के अंतर्गत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पिहोवा व बाबा श्रवण नाथ वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों ने प्राचीन तीर्थ प्राची पृथु के दर्शन किए और प्राचीन अवशेषों का अवलोकन किया गया। दोनों धरोहरों पर करीब 200 विद्यार्थी पहुंचे।
जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने बताया कि देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस को आजादी की अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया है। शिक्षा विभाग ने इस दिन विद्यार्थियों को धरोहर से रूबरू कराने का अहम फैसला लिया है। इससे विद्यार्थियों को अपनी धरोहरों के बारे में नजदीक से जानने का मौका मिला। विद्यार्थी गदगद हुए
विद्यार्थी धरोहर के बारे में जानकार गदगद हो गए। राखी और नैना ने बताया कि किताबों में पढ़ने की बजाय नजदीक जाकर देखने से धरोहर के बारे में बेहतर जानकारी मिल सकती है। विभाग का कदम सराहनीय है। उनको टूर में बहुत कुछ नया जानने का मौका मिला। अशोक और निरंजन ने बताया कि ब्रह्मसरोवर व बुद्ध स्तूप पर सामान्य गए थे, लेकिन शिक्षकों की अगुवाई में पहली बार गए हैं। उनको यहां बहुत कुछ जानने का मौका मिला। विद्यार्थी श्रमदान के बिना नहीं रह पाए।