धनतेरस पर विशेष लाभकारी ब्रह्मा सिद्ध योग है : डॉ. सुरेश मिश्रा
कॉस्मिक एस्ट्रो पिपली (कुरुक्षेत्र) के डायरेक्टर व श्री दुर्गा देवी मंदिर पिपली के अध्यक्ष डॉ. सुरेश मिश्रा ने बताया कि 25 अक्टूबर 2019 को धनतेरस से शुरू होने वाला पांच दिन का पर्व मंगलवार को भाई दूज तक चलेगा। धनतेरस पर्व भगवान धनवंतरी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कॉस्मिक एस्ट्रो पिपली (कुरुक्षेत्र) के डायरेक्टर व श्री दुर्गा देवी मंदिर पिपली के अध्यक्ष डॉ. सुरेश मिश्रा ने बताया कि 25 अक्टूबर 2019 को धनतेरस से शुरू होने वाला पांच दिन का पर्व मंगलवार को भाई दूज तक चलेगा। धनतेरस पर्व भगवान धनवंतरी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरी का जन्मोत्सव इस बार शुक्रवार को है। धन्वंतरि आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं। धनतेरस के दिन गणेश-लक्ष्मी को घर लाया जाता है। धनतेरस पर ब्रह्म सिद्ध महायोग धन वर्षा करेगा। इस साल धनतेरस के दिन शुक्रवार, प्रदोष और धन त्रयोदशी का महायोग बन रहा है। इस महायोग में शुभ कार्य या खरीदारी समृद्धि देगी। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनतेरस में भगवान कुबेर को प्रसन्न किया जाता है। धनतेरस के दिन आप क्या खरीदें?
धनतेरस के दिन चांदी, सोना व धातु जैसे तांबा, कांसा, पीतल की खरीदारी की जाती है। इस दिन इन चीजों को खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा बढ़ती है। इस दिन आप झाडू भी खरीद सकते हैं क्योंकि झाडू को भी देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। धनतेरस में धन और तेरस शब्दों के बारे में मान्यता है कि इस दिन खरीदे गए स्वर्ण व चांदी में 13 गुना वृद्धि हो जाती है। अगर संभव न हो तो कोई बर्तन खरीदें। संतोष को सबसे बड़ा धन कहा गया है। जिसके पास संतोष है, वह स्वस्थ है सुखी है और वही सबसे धनवान है। धनतेरस के शुभ चौघड़िया
चर चौघड़िया : प्रात: 6.32 से 7.55
लाभ चौघड़िया : प्रात: 7.55 से 9.18
अमृत चौघड़िया : प्रात: 9.18 से 10.42
शुभ चौघड़िया : दोपहर 12.05 से 13.28
चर चौघड़िया : सांय 16.15 से 17.38
लाभ चौघड़िया : रात्रि 20.52 से 22.29