छोटा सा व्यापार शुरू कर बढ़ाया कारोबार
पंजाब में आतंकवाद के कारण बहुत से परिवार अपने प्रदेश को छोड़कर दूसरे प्रदेशों में जा बसे थे।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पंजाब में आतंकवाद के कारण बहुत से परिवार अपने प्रदेश को छोड़कर दूसरे प्रदेशों में जा बसे थे। इन्हीं में से एक सतीश शर्मा भी हैं, जो धर्मनगरी में आ बसे हैं। अपने पिता की पंजाब में करियाने की दुकान थी, यहां आकर भी उन्होंने झांसा रोड पर करियाने की छोटी सी दुकान आरंभ की। उन्होंने लगन व मेहनत से कार्य किया और कारोबार चल निकला। अब इस दुकान को छोटे भाई को सौंप दिया और खुद प्रॉपर्टी का काम करने लगे हैं। उनके बेटे ने भी टूर एंड ट्रेवल का कार्य शुरू किया है।
सतीश शर्मा बताते हैं कि पंजाब में आतंकवाद का ऐसा दौर चला कि लोगों के कामधंधे चौपट हो गए थे। उनके पिता परिवार को लेकर कुरुक्षेत्र आ गए। यहां आने पर उनकी पढ़ाई भी छूट गई थी। वे अपने पिता के साथ दुकान पर बैठने लगे, जिसके कारण उन्हें छोटी उम्र में ही करियाने के बारे में अच्छी जानकारी हो गई। यहां आने के बाद उन्होंने ऐसे क्षेत्र को चुना जहां पूजा पाठ के लिए मंदिर भी नजदीक हो। ऐसे में उन्होंने झांसा रोड पर श्रीदेवीकूप भद्रकाली मंदिर के पीछे ही मकान लिया, वहीं झांसा रोड पर करियाने की दुकान शुरू की। भगवान की कृपा हुई और उनका कारोबार चल पड़ा। अब उन्होंने इस दुकान पर अपने छोटे भाई संदीप शर्मा को बैठा दिया है और खुद प्रॉपर्टी का काम करने लगे हैं। पहले वे मकान व दुकान का प्लाट लेकर उन्हें बना कर बेचते थे। अब कारोबार बेहतर चलने से परिवार भी खुशहाल हो गया।
छोटे भाई को ही सौंप दी दुकान
सतीश शर्मा का कहना है कि उसका भाई दुकान को अच्छी तरह से संभालने लगा था। इसके बाद उन्होंने अब दुकान की पूरी जिम्मेवारी छोटे भाई को ही सौंप दी है। इसी दुकान के साथ ही उनके बेटे ने टूर एंड ट्रेवल का काम शुरू कर दिया है। आज दोनों का काम अच्छा चल रहा है। उन्हें यही से पहचान मिली। आज वे भारतीय योग संस्थान के प्रचार मंत्री के पद की जिम्मेवारी निभा रहे हैं। पंजाब से यहां आने के बाद उन्हें एक बार तो लगा था कि शायद उनका व्यापार नहीं चलेगा, मगर नेक नीति से काम करने पर कारोबार बढ़ा है।