बंद मकान से बंदूक व अन्य सामान चोरी करने का दूसरा आरोपित गिरफ्तार
कुरुक्षेत्र सीआइए-वन ने झांसा थाना पुलिस के अंतर्गत बंद मकान के ताले तोड़कर बंदूक व सामान चोरी करने के दूसरे आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : सीआइए-वन ने झांसा थाना पुलिस के अंतर्गत बंद मकान के ताले तोड़कर बंदूक व सामान चोरी करने के दूसरे आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।
डीएसपी यातायात नरेंद्र सिंह ने बताया कि गांव हसनपुर निवासी रजवंत सिंह ने 28 फरवरी को झांसा थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कराई थी कि वह 28 फरवरी को अपनी पत्नी सहित 10-12 दिन से ससुराल में गया हुआ था। उसके बच्चे विदेश में रहते हैं। एक मार्च को उसके बच्चों ने विदेश से गांव में आना था। उसने अपनी ससुराल से ही उसके जानकार बलजीत सिंह को फोन करके बोला कि उसके मकान की सफाई करवा देना। जब वह सफाई कराने के लिए सफाईकर्मी को साथ लेकर उसके घर गया तो उन्होंने देखा कि उसके मकान का ताला व खिड़की के शीशे टूटे हुए थे। वह सूचना मिलते ही अपने मकान पर पहुंचा। उसे एक बंदूक 12 बोर, 10 कारतूस व एक एलसीडी चोरी मिली। शिकायत पर झांसा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एएसआइ रणबीर सिंह को सौंपी थी। बाद में मामले की जांच सीआइए-1 को सौंपी गई। सीआइए-1 के एएसआइ विनोद कुमार की टीम ने 22 अप्रैल को आरोपित गांव कड़ामी निवासी आशीष उर्फ कालू को गिरफ्तार करके पूछताछ की। आरोपित ने पूछताछ पर बताया कि उसने अपने साथी बलबीर के साथ मिलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपित ने चोरी की बंदूक 12 बोर बरामद करवा दी थी। पुलिस टीम ने आरोपित गांव कड़ामी निवासी बलबीर को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया।
फोन पर गाली गलौज के बाद मारपीट करने के दो आरोपित गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कृष्णा गेट थाना पुलिस ने सामूहिक रूप से हमला कर मारपीट करने के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
पुलिस प्रवक्ता नरेश कुमार ने बताया कि 27 अप्रैल गगनदीप सिंह ने कृष्णा गेट थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि वह पुराने बस अड्डे पर बतौर सहायक इंचार्ज तैनात है। 25 अप्रैल को बलजिद्र उर्फ बल्ली ने नशे में धुत होकर उसके पास फोन कर गाली-गलौच करने लगा। उसके फोन न उठाने पर वह कार में अपने साथ साहब सिंह व 6-7 अन्य लड़कों को लेकर आया और उसके साथ गाली गलौच की। उसके साथी कर्मचारियों ने उसे मना किया। जब वह अपने दफ्तर से बाहर आया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की। वह उसे जबरदस्ती अपनी कार में डालने लगे लेकिन उसके साथी कर्मचारियों ने उसे बचाया। उनके जाने के बाद वह अपनी कार लेकर घर जाने लगा तो वे उसका पीछा करने लगे। कार रास्ते में बंद हो गई। उन्होंने उसे गाडी से बाहर निकालकर मारपीट की और उसे कार से कुचलने की कोशिश की। आरोपित जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए। जांच अधिकारी एएसआइ सुशील कुमार ने आरोपित साहब सिंह व बलजिद्र सिंह को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया।