साधु समाज ने डाली चुनावी यज्ञ में वोट की आहुति
साधु समाज ने स्वच्छ सरकार बनाने के लिए चुनावी हवन में अपने मत की आहुति डालकर एक सशक्त प्रदेश बनाने की कामना की। एक हाथ में कमंडल और दूसरे हाथ में मतदान की पर्ची लिए साधु सुबह ही अपने मत की आहुति देने के लिए कतारों में लग गए।
विनीश गौड़, कुरुक्षेत्र : साधु समाज ने स्वच्छ सरकार बनाने के लिए चुनावी हवन में अपने मत की आहुति डालकर एक सशक्त प्रदेश बनाने की कामना की। एक हाथ में कमंडल और दूसरे हाथ में मतदान की पर्ची लिए साधु सुबह ही अपने मत की आहुति देने के लिए कतारों में लग गए। सुबह केंद्रों में भीड़ को देखकर जहां कुछ लोग कतारों में लगने से कतरा रहे थे उस समय साधु लंबी कतार में लगकर प्रदेश के कल्याण के लिए मतदान करते नजर आए। साधुओं ने कहा कि उनका मतदान निस्वार्थ है। भगवा वस्त्र धारण साधु, महंत और महात्माओं ने कहा कि न उनका घर-बार है और न ही उनका कोई स्वार्थ। उनका मतदान सिर्फ प्रदेश के कल्याण के लिए है। प्रदेश के कल्याण के लिए वोट
साधु नानकदास ने कहा कि उनका वोट प्रदेश के विकास के लिए है। ऐसी सरकार बननी चाहिए, जो प्रदेश का विकास कराए। साधु समाज अपने लिए कुछ नहीं मांगता। वह दूसरों के कल्याण के साथ धर्म और प्रदेश का कल्याण करने के लिए दुआ मांगता है। वोट डालना सबका दायित्व है। इसका निर्वहन हर वर्ग को करना चाहिए। लोकतंत्र में यह अधिकार समान रूप से मिला है। मेरे प्रदेश के हर व्यक्ति से अपील है कि मतदान करने के लिए मतदान केंद्र जरूर जाएं। प्रदेश की उन्नति के लिए की वोट
साधु मनीराम ने कहा कि वोट डालना सबका अधिकार है। साधु देश भर में घूमते हैं, लेकिन जब भी मतदान का समय आता है तो मतदान करने के लिए जरूर आते हैं। हमें अपने धर्म के साथ-साथ अपने कर्म को कभी नहीं भूलना चाहिए। इससे भागने वाला मनुष्य अपने कर्म से भागता है। इसलिए देश की उन्नति के लिए, देश का सम्मान बढ़ाने के लिए वोट जरूर करनी चाहिए। वोट करने से एक सही उम्मीदवार चुनकर आता है जो प्रदेश के लोगों के लिए कानून बनाता है। मेरा वोट प्रदेश में स्वच्छ सरकार बनाने वाली पार्टी और प्रतिनिधि को जाएगा।