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रोडवेज की आमदनी का खुलने लगा लॉक, रोडवेज बसों के बढ़े रूट

अनलॉक-थ्री लगने के बाद रोडवेज की आमदनी का लॉक खुलने लगा है। इसी के साथ जिला कुरुक्षेत्र के रोडवेज डिपो ने प्रदेश के लगभग सभी रूटों पर अपनी बसों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ानी शुरू कर दी है। जहां अनलॉक-वन में 16 से 1

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 07:10 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 07:10 AM (IST)
रोडवेज की आमदनी का खुलने लगा लॉक, रोडवेज बसों के बढ़े रूट
रोडवेज की आमदनी का खुलने लगा लॉक, रोडवेज बसों के बढ़े रूट

अनुज शर्मा, कुरुक्षेत्र : अनलॉक-टू के बाद रोडवेज की आमदनी पर लगा लॉक खुलने लगा है। इसके साथ रोडवेज डिपो ने प्रदेश के लगभग सभी रूटों पर अपनी बसों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ानी शुरू कर दी है। जहां अनलॉक-वन में 16 से 18 हजार रुपये प्रतिदिन की आमदनी हो रही थी। वहीं अब अनलॉक-टू में रोडवेज की आमदन बढ़कर प्रतिदिन दो से ढाई लाख रुपये तक पहुंच गई है।

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अनलॉक-वन में रोडवेज की आमदन का लॉक नहीं खुल पाया था। ऐसे में रोडवेज डिपो का घाटा बढ़ता जा रहा था। इस बीच तो डिपो की आमदनी से सिर्फ कर्मचारियों का वेतन व बसों के डीजल का खर्च ही निकल पाया था। धीरे-धीरे सुधार होने की बजाय बिगड़ने चलते जा रहे थे। रोजाना की करीब 12.91 लाख रुपये की आमदनी करने वाले डिपो की आमदनी अनलॉक-वन में 16 से 18 हजार रुपये और अनलॉक-टू में 20 से 25 हजार रुपये तक की आमदन रह गई थी।

अप्रैल व मई में शून्य रही आमदन

डिपो अधिकारियों का कहना है कि अप्रैल व मई में रोडवेज की बसें सड़कों पर खूब जान लगाकर दौड़ी, लेकिन उनकी आमदन शून्य रही। ऐसा इसलिए हुआ कि लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को घर छोड़ने, सामुदायिक केंद्रों, पुलिस व प्रशासन ने बसें हायर की हुई थी। जिस कारण रोडवेज की आमदनी नहीं हो सकी थी। अप्रैल में बसों ने 24,423 किलोमीटर व मई में 80,792 किलोमीटर चली।

डिपो से अभी प्रदेश के मुख्य व्यस्त रूटों पर 40 बसें चलाई जा रही हैं। इसके अलावा रोडवेज अभी अपनी बसों के रूटों को बढ़ाने पर विचार कर रहा है। जिससे आमदनी बढ़ सकें। अब प्रतिदिन दो से ढाई लाख रुपये तक आमदन हो रही है।

अश्वनी डोगरा, जीएम, रोडवेज कुरुक्षेत्र।


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