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एक घंटे की बारिश से डूब गई सड़कें, बह गए दावे

भाद्र मास के पहले दिन एक घंटे में शहर में करीब 30 एमएम बारिश हुई। इतनी बारिश में ही शहर के नाले व सीवरों की सफाई की पोल खुल गई।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Aug 2020 06:35 AM (IST)Updated: Wed, 05 Aug 2020 06:35 AM (IST)
एक घंटे की बारिश से डूब गई सड़कें, बह गए दावे
एक घंटे की बारिश से डूब गई सड़कें, बह गए दावे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : भाद्र मास के पहले दिन एक घंटे में शहर में करीब 30 एमएम बारिश हुई। इतनी बारिश में ही शहर के नाले व सीवरों की सफाई की पोल खुल गई। शहर की मुख्य सड़कें जलमग्न हो गई। अफसरशाही की लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता एक बार फिर जनता के सामने आ गई। एक घंटे की बारिश का पानी तीन घंटे के बाद सड़कों से नहीं उतर पाया। कई जगह शाम तक पानी जमा रहा। शहरवासियों को बारिश के पानी से गुजरना पड़ा। कई वाहन पानी में बीच सड़क पर बंद हो गए। पार्षद सुदेश चौधरी ने सेक्टरों के नालों व सीवर सफाई के 1.75 करोड़ के टेंडरों को भी हव्वा बताया और सड़क पर उतरकर बरसाती पानी निकासी की हकीकत दिखाई। उन्होंने विधायक के पानी निकासी के दावों को खोखला बताया। यहां की सड़कें जलमग्न

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बारिश से रेलवे रोड, राष्ट्रीय राजमार्ग, मोहन नगर, सेक्टर-17 समेत कई सेक्टरों की सड़कें, आंबेडकर चौक, झांसा रोड, महाराणा प्रताप चौक पर सड़कें जलमग्न हो गई। खासकर मुख्य बाजार में तो घुटनों तक पानी भर गया। हालांकि यहां मार्केट ऊंची होने के कारण पानी दुकानों के अंदर नहीं जा पाया। झांसा रोड व गुलजारी लाल नंदा मार्ग पर बुरे हालात नजर आए। सपड़ा व विष्णु कालोनी सहित शहर के निचले इलाकों में फिर कइयों के आशियाने बरसाती पानी से लबालब हो गए। फिर विवादों में आया रेलवे रोड का नाला

रेलवे रोड पर पहले आहिल्या बाई चौक से लेकर भारत सेवाश्रम संघ तथा आहिल्या बाई चौक से सलारपुर रोड के कट तक बारिश का पानी खड़ा हो जाता है। इस पानी से निजात पाने के लिए सड़क को ऊंचा कर दोनों ओर नाले का निर्माण किया था। डा. राजेंद्र सैनी का कहना है कि इस नाले को केवल रेलवे रोड के लिए बनाया गया, जबकि साथ लगती कालोनियों के पानी की निकासी का कोई प्रावधान नहीं किया गया था, मगर मंगलवार को आई बारिश ने इस नाले की भी पोल खोल कर रख रही। मंगलवार को बारिश का पानी से फिर वहीं खड़ा हो गया, जहां पहले होता था। लगभग दो घंटे के बाद यहां से पानी की निकासी हो पाई। फोटो-16

आफत बन कर आई झमाझम बरसात

इस्माईलाबाद : बेतहाशा गर्मी से झमाझम बरसात ने राहत दिलाई तो लोगों के लिए पानी आफत बन गया। गलियों ने तालाब का रूप धारण कर लिया। कई सरकारी कार्यालय तक बरसाती पानी से घिरे रहे। वहीं कई सड़कों पर बरसाती पानी जमा होने से यातायात प्रभावित हुआ। कस्बे के हाई स्कूल रोड और ठसका रोड पर आवागमन तक बुरी तरह से प्रभावित हुआ। ब्राह्मण मोहल्ले में पानी काफी घरों में घुस गया। लोग कई घंटे तक अपने घरों से ही नहीं निकल पाए। बरसात ने जहां कस्बे की निकासी व्यवस्था की पोल खोली, वहीं अनाज मंडी में भी ठप्प निकासी का प्रमाण मिला। अनाज मंडी के दोनों मुख्य द्वारों पर बड़ी मात्रा में पानी जमा रहा। मार्केट कमेटी कार्यालयों का मुख्य द्वार तक पानी से लबालब रहा। नगरपालिका कर्मचारी शाम तक निकासी के प्रबंध में जुटे रहे।

कुरुक्षेत्र में औसत 21 एमएम बारिश

थानेसर : 30 एमएम

लाडवा : 22 एमएम

बाबैन : 14 एमएम

इस्माईलाबाद : 18 एमएम

वर्जन :

बारिश से कुछ क्षेत्रों में जलभराव हुआ है। इसके रूकते ही कर्मचारियों को मौके पर भेज दिया गया है। जिससे पानी की निकासी हो गई। बारिश से पहले ही नालों की सफाई कराई गई थी। पॉलीथिन अड़ जाने से दिक्कत आई है।

-बीएन भारती, ईओ, नगर परिषद।


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