कुरुक्षेत्र के आयुष विश्वविद्यालय में पांच पद्धतियों पर होंगे शोध : सुधा
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि पूरे विश्व में केवल मात्र कुरुक्षेत्र के आयुष विश्वविद्यालय में ही यूनानी सिद्धाआयुर्वेद योग और प्राकृतिक चिकित्सा और होम्योपैथी सहित भारत की प्राचीन पांचों पद्धतियों में शोध का काम होगा।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि पूरे विश्व में केवल मात्र कुरुक्षेत्र के आयुष विश्वविद्यालय में ही यूनानी, सिद्धा,आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, और होम्योपैथी सहित भारत की प्राचीन पांचों पद्धतियों में शोध का काम होगा। इससे पूरे विश्व को फायदा होगा और लोगों का इलाज भारत की प्राचीन पद्घतियों के साथ संभव हो पाएगा। इस विश्वविद्यालय की आधारशिला 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुरुक्षेत्र में ही आकर रखी और इस विश्वविद्यालय के लिए 475 करोड़ रुपये की राशि भी मंजूर की है। विधायक सुभाष सुधा शुक्रवार को गांव फतुपुर में आयुष विश्वविद्यालय एवं लोक निर्माण विभाग के तत्वावधान में आयोजित चारदीवारी शिलान्यास कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि के रूप में बोल रहे थे। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा, आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव धीमान, कुल सचिव डॉ.कृष्ण जाटयान, साहिल सुधा, गांव फतुपुर के सरपंच शमशेर सिंह, मार्केट कमेटी थानेसर के चेयरमैन सुरेश सैनी, ब्लॉक समिति के चेयरमैन देवीदयाल शर्मा, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने मंत्रोच्चारण के बीच चारदीवारी निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन किया और नारियल तोड़ कर विधिवत रूप से निर्माण कार्य का शुभांरभ किया। इस दौरान सरपंच शमशेर सिंह द्वारा रखी गई मांग को पूरा करते हुए विधायक ने खेड़ी रामनगर के ऊपर से बाइपास बनाने की अनुमति देने के साथ-साथ शीघ्र काम शुरू करने की घोषणा भी की। विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि ग्राम पंचायत फतुपुर के सरपंच शमशेर सिंह, सभी पंच व ग्रामीणों का राज्य सरकार आभारी रहेगी। इस ग्राम पंचायत ने आयुष विश्वविद्यालय के लिए करीब 96 एकड़ जमीन उपलब्ध करवाने का काम किया। चारदीवारी पर दो करोड़ 53 लाख 34 हजार 143 रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इस चारदीवारी का निर्माण कार्य 18 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। बॉक्स
2015 में की थी मुख्यमंत्री ने घोषणा चार जून 2015 की थानेसर विकास रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जितनी घोषणाएं की थी, उन सभी घोषणाओं को पूरा कर दिया गया है। इस क्षेत्र को शिक्षा के हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। गांव अमीन, खेड़ी रामनगर और पलवल के आस-पास की जमीन पर आयुष विश्वविद्यालय के साथ-साथ राजकीय महिला कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है, इससे 1600 से ज्यादा गांव को फायदा होगा। आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बलदेव धीमान ने कहा कि ग्राम पंचायत फतुहपुर और विधायक के प्रयासों से इस विश्वविद्यालय का निर्माण संभव हो सका है। यह विश्व का पहला विश्वविद्यालय होगा, जहां पांचों पद्धतियों पर शोध और शिक्षा दी जाएगी।