स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां कच्ची, अंक पूरे लाने का दावा
स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 की परीक्षा शुरू हो गई है। थानेसर नगर परिषद की भी परीक्षा इसमें होनी है। अधिकारियों का दावा है कि इस बार सर्वेक्षण में पूरे अंक लेकर आएंगे जबकि नगर परिषद की तैयारियां कच्ची पड़ी हैं। शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर अधिकारियों को नजर नहीं आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 की परीक्षा शुरू हो गई है। थानेसर नगर परिषद की भी परीक्षा इसमें होनी है। अधिकारियों का दावा है कि इस बार सर्वेक्षण में पूरे अंक लेकर आएंगे जबकि नगर परिषद की तैयारियां कच्ची पड़ी हैं। शहर में जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर अधिकारियों को नजर नहीं आ रहे हैं।
मार्च की पहली तारीख से ही स्वच्छता सर्वेक्षण की अग्नि परीक्षा शुरू हो गई है। शहर में भी कभी भी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम दस्तक दे सकती है। इसके लिए नप तो अपने आपको तैयार बता रहा है, लेकिन जमीनी स्तर पर तैयारियां अभी भी अधूरी हैं। शहर में स्वच्छता अभियान, घर-घर से कूड़ा उठान, जागरूकता अभियान के तमाम दावों के बाद भी सड़कों से कूड़े के अंबार साफ नहीं हुए। यह तब है जब कभी भी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम शहर का निरीक्षण करने पहुंच सकती है। इसके बावजूद गार्बेज प्वाइंट तक साफ शहर की सुंदरता को दाग लगा रहे हैं। सोमवार को गुलजारी लाल नंदा मार्ग पर बनाया गया भूमिगत कूड़ेदान के बाहर ही गंदगी फैली हुई मिली, जबकि चक्रवर्ती मोहल्ला, सेक्टर 17, सेक्टर पांच, दो, तीन और कई क्षेत्रों में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। नप की यह कच्ची तैयारी स्वच्छता सर्वेक्षण पर भारी पड़ सकती है। शहर को मिलने वाले नंबरों की कटौती करा सकती है।
सोमवार को भी शहर के कई स्थलों पर गंदगी के अंबार लगे हुए दिखाई दिए। ऐसे में रोजाना शहर से निकलने वाली 70 टन गंदगी अब भी नप के लिए चिता का विषय बनी हुई है। आनलाइन फीडबैक, अब धरातल पर आंकलन
थानेसर नगर परिषद अब तक आनलाइन फीडबैक कराने में ही जोर लगा रहा था, लेकिन धरातल पर आंकलन तो अब शुरू होने जा रहा है। कितने प्रतिशत लोग स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रति जागरूक हैं इसका आंकलन केंद्र से आने वाली टीम करेगी। जबकि एक मार्च तक वोट फोर यूअर सिटी एप पर 60947, स्वच्छता सर्वेक्षण पोर्टल पर 4242, 1969 पर नौ लोग आनलाइन या कॉल करके अपनी फीडबैक दर्ज करा चुके हैं। मशीन के सहारे चल रही सेक्टरों की सफाई
थानेसर नगर परिषद के पास पूरे शहर की सफाई व्यवस्था संभालने के लिए 398 कच्चे व नियमित कर्मचारी हैं। वहीं रोड स्वीपिग मशीन आने के बाद सेक्टरों में ठेके पर कराई जा रही सफाई व्यवस्था भी ठप हो गई। इसकी वजह से सेक्टरों में सफाई व्यवस्था बिल्कुल चौपट हो गई है। सड़कों पर लगाकर तो रोड स्वीपिग मशीन सफाई करती है, लेकिन गलियों व प्लाटों में बुरा हाल है। इसके अलावा छोटी गलियों में भी रोड स्वीपिग मशीन कामयाब नहीं है। वहीं नप ने सेक्टरों की सफाई के लिए टेंडर निकालने की स्वीकृति उच्चाधिकारियों को भेजी गई है जो अभी तक नहीं मिल पाई है, जिससे सेक्टरों में सफाई के बुरे हालात हैं। नप का पूरा फोकस सफाई पर : बिश्नोई
थानेसर नगर परिषद के मुख्य सफाई निरीक्षक रूप रविदर बिश्नोई ने बताया कि थानेसर नगर परिषद का पूरा फोकस सफाई के ऊपर है। शहर के प्रमुख चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग बैनर लगवाए जा चुके हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग स्वच्छता के प्रति जागरूक हों। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में शहर को पूरे प्रदेश में अच्छे रैंक पर लाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रीकरण, सकारात्मक फीडबैक कराने व कूड़ा निस्तारण पर विशेष जोर दिया जा रहा है।