विधानसभा के पटल पर थानेसर विस के प्रोजेक्ट रखे, विधायक बोले-पर्यटन केंद्रों पर भी जोर
जागरण संवाददाता कुरुक्षेत्र विधानसभा के पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के प्रोजेक्ट और विका
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : विधानसभा के पटल पर थानेसर विधानसभा क्षेत्र के प्रोजेक्ट और विकास कार्यों को रखा गया। इनमें सेक्टर-2-3 में रैंप बनाने और एलिवेटेड रेल ट्रैक के बड़े प्रोजेक्ट रहे। थानेसर के विधायक सुभाष सुधा ने हाउस में इनको रखते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल और मंत्रियों का आभार जताया।
थानेसर विधायक सुधा ने दूरभाष पर बातचीत करते हुए कहा कि मंगलवार को विधानसभा में सबसे पहले जीटी रोड से ओपी जिदल चौक, सेक्टर 2-3 के मोड़ से एक वन-वे रैंप उतारने का प्रश्न रखा। इस प्रश्न पर जवाब दिया गया कि सेक्टर 2-3 वन-वे रैंप बनाने का प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग ने एनएचएआइ अंबाला के प्रोजेक्ट निदेशक को पत्र लिखा है। एनएचएआइ अधिकारी इस पर अध्ययन कर रहे हैं। इस पर शीघ्र ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। विधायक ने प्रश्न किया कि एनएचएआइ को इस परियोजना की फिजीबल रिपोर्ट और अंतिम निर्णय के लिए समय सुनिश्चित किया जाए।
एलिवेटेड रेल ट्रैक से शहर की बदलेगी तस्वीर
विधायक ने कहा कि प्रदेश व रेल मंत्रालय का संयुक्त बोर्ड एचआरआइडीसी बनाया गया। इसके अंतर्गत प्रदेश में रेलवे से संबंधित समस्याओं का निपटान और विकास कार्य किए जा रहे हैं। बोर्ड का पहला प्रोजेक्ट कुरुक्षेत्र शहर में एलिवेटेड रेल ट्रैक है। इसमें रेलवे फाटक को हटाकर 225 करोड़ रुपये में एलिवेटिड ट्रैक बनाया जाएगा। मोहन नगर फ्लाई ओवर से पुरानी तहसील तक नए पुल का निर्माण किया गया है। 100 बेड के नए अस्पताल, द्रोणाचार्य स्टेडियम में सिनथैटिक ट्रैक का निर्माण किया गया। 48 नए रिहायशी सरकारी भवनों का कैलाश नगर में निर्माण कार्य शुरू किया गया है।
पर्यटन केंद्रों हो रहे विकसित
विधायक ने कहा कि कुरुक्षेत्र को पर्यटन हब बनाने के लिए श्रीकृष्णा सर्किट के अंतर्गत काम चल रहे हैं। योजना के तहत ब्रह्मसरोवर, नरकातारी, ज्योतिसर, सन्निहित सरोवर को विकसित किया जा रहा है। ज्योतिसर में महाभारत व गीता विषय पर एक प्रायोगिक संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है। यह अत्याधुनिक संग्रहालय होगा। इसमें नवीनतम 3-डी और होलोग्राफिक प्रोजेक्शन का उपयोग किया जाएगा। केंद्रीय चुतर्भुज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंडलों में महाभारत आधारित शो आयोजित करने में सक्षम होगा। इस पर 150 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।