पिपली सरस्वती से खेड़ी मारकंडा तक नौका चलाने का प्रोजेक्ट तैयार
थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र पर्यटन स्थली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से गीता स्थली ज्योतिसर से पिपली तक सरस्वती नदी में नौका चलाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र पर्यटन स्थली में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार की तरफ से गीता स्थली ज्योतिसर से पिपली तक सरस्वती नदी में नौका चलाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इस प्रोजेक्ट के तहत प्रथम चरण में पिपली सरस्वती स्थल से डेढ़ किलोमीटर दूर गांव खेड़ी मारकंडा तक पूरा किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए कंसलटेंसी कंपनी को आमंत्रित किया है। इस कंपनी के विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद शीघ्र ही प्रोजेक्ट की ड्राइंग तैयार की जाएगी। अहम पहलू यह है कि इस प्रोजेक्ट पर करीब 100 करोड़ रुपये का बजट खर्च होने का अनुमान लगाया जा रहा है। विधायक सुभाष सुधा देर शाम आयुर्वेदिक कॉलेज में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बोटिग प्रोजेक्ट को तैयार करने के जिम्मा सिचाई विभाग को दिया जाएगा। जल्द की कंपनी की टीम मौके का दौरा करके इस की एक परियोजना तैयार करेंगी। इस योजना से नौकायान से पिपली भी कुरुक्षेत्र के जुड़ जाएगा। पिपली सरस्वती स्थल को विकसित करने पर लंबे समय से प्रयास भी किए जा रहे थे। अब भाजपा सरकार से इस पर काम शुरू करने का निर्णय लिया है। इस योजना को शीघ्र आगे बढ़ाने पर काम किया जाएगा ताकि जल्द ही इस योजना को अमलीजामा पहनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रथम चरण में पिपली सरस्वती तीर्थ से लेकर डेढ किलोमीटर दूर स्थित गांव खेड़ी मारकंडा तक इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा और बाद में गीता स्थली ज्योतिसर तक इसका विस्तार किया जाएगा। बनेंगे ओपन जिम
इस सरस्वती के किनारों पर जहां घाट जैसी व्यवस्था की जाएगी, ओपन जिम लगाए जाएंगे और कई जगहों पर व्यायामशालाएं खोली जाएंगी। पर्यटकों के लिए डेढ किलोमीटर के मार्ग में कई जगह कैफेटेरिया सेंटर भी बनाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य करने के लिए सिचाई विभाग के एक्सईएन कार्यकारी अभियंता कमलकांत व एसडीओ विनोद कुमार को आदेश दिए गए हैं। कुरुक्षेत्र को पर्यटन के मानचित्र पर चमकाने के लिए राज्य सरकार की तरफ से नई-नई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसके लिए जहां सरकार ने कुरुक्षेत्र को श्री कृष्णा सर्किट में शामिल करके 97.50 करोड़ रुपये की राशि जारी की है और इस बजट से ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर काम लगभग पूरा हो चुका है।