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अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर द्रोणाचार्य स्टेडियम में लगाएपौधे

कुरुक्षेत्र जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी बलबीर सिंह ने कहा कि पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के उपलक्ष्य व अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी सुरेंद्र पालड़ को ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में चयन होने पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 07:18 AM (IST)Updated: Fri, 25 Jun 2021 07:18 AM (IST)
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर द्रोणाचार्य स्टेडियम में लगाएपौधे
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर द्रोणाचार्य स्टेडियम में लगाएपौधे

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी बलबीर सिंह ने कहा कि पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष भी अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के उपलक्ष्य व अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी सुरेंद्र पालड़ को ओलंपिक के लिए भारतीय टीम में चयन होने पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें हाकी खिलाड़ी सुरेंद्र पालड़ के पिता मलखान मुख्यातिथि रहे।

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डीएसओ बलबीर सिंह व कबड्डी प्रशिक्षक जय भगवान ने अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी सुरेंद्र पालड़ के पिता मलखान सिंह को उनके बेटे का ओलंपिक टीम में चयन होने पर प्रदेश व देश का नाम रोशन करने पर शुभकामनाएं दी। डीएसओ ने कहा कि द्रोणाचार्य स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी सुरेंद्र पालड़ का एक सेल्फी प्वाइंट बनाया गया है। कार्यक्रम में द्रोणाचार्य स्टेडियम में पौधारोपण किया गया। इस मौके पर पारिवारिक सदस्य भाई नरेंद्र कुमार, महेंद्र सिंह, गुरदयाल सिंह, बलविद्र सिंह, कुश्ती प्रशिक्षक शमशेर सिंह, जूडो प्रशिक्षक मनोज कुमार, बास्केटबाल प्रशिक्षक पंकज पराशर, हाकी प्रशिक्षक सोहन लाल, वुशू प्रशिक्षक संतोष पासवान व उपाधीक्षक दलेल सिंह मौजूद रहे।

हजरत ख्वाजा गुलाम हुसैन का 81वां उर्स मनाया

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : गांव चम्मू कलां में हजरत ख्वाजा गुलाम हुसैन का 81वां उर्स धूमधाम से मनाया गया। इसमें पूरे गांव ने शिरकत की विशेष तौर पर पीर बाबा के सज्जदानशीन मास्टर नूरदीन दिल्ली शिरकत करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि पीर बाबा की दरगाह गांव के लिए सदैव कृपा बरसाने वाली रही है। इस मौके पर पूरे गांव ने विधिवत पाठ किया। दोपहर के समय लंगर लगाया गया। पूर्व सरपंच भूपेंद्र सिंह ने बताया कि गांव की परंपरा रही है कि पीर बाबा की मजार पर होने वाले भंडारे में मीठे चावल की देग बनाई जाती है। इसके लिए हर घर से गुड़ और चावल लिया जाता है। मान्यता है कि इससे पीर बाबा अत्यंत प्रसन्न होते हैं। दो दशक से यहीं परंपरा चली आ रही है। गांव के लोगों ने बताया कि भंडारे के समय दोपहर को बरसात हर हाल में होती है। वीरवार को भी बूंदाबांदी हुई। ग्रामीणों ने बताया कि मान्यता है कि इससे फसल बेहतर होने के संकेत मिल जाते हैं और गांव के प्रति पीर बाबा की कृपा कायम रहने का प्रमाण मिल जाता है। इस मौके पर पीर बाबा की जय के उद्घोष गूंजे। इस मौके पर एडवोकेट रागिब, नसीम, गुड्डू मौजूद रहे।


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