शिक्षा का असली दर्पण व्यक्ति का चरित्र : यादव
कुवि के विधि विभाग की ओर से शुक्रवार को दो दिवसीय इंटर डिपार्टमेंट मूट कोर्ट प्रतियोगिता शुरू हुई। विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रो. दलीप कुमार ने कहा कि विद्यार्थी काल जीवन का सर्वश्रेष्ठ समय है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुवि के विधि विभाग की ओर से शुक्रवार को दो दिवसीय इंटर डिपार्टमेंट मूट कोर्ट प्रतियोगिता शुरू हुई। विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रो. दलीप कुमार ने कहा कि विद्यार्थी काल जीवन का सर्वश्रेष्ठ समय है। इस दौर में युवा ज्ञान और कौशल अर्जित करते हैं, जो जीवनभर उनके काम आता है। लेकिन किताबी ज्ञान ही काफी नहीं होता। विद्यार्थी को व्यावहारिक ज्ञान में भी निपुण होना पड़ता है। कानून का क्षेत्र बेहद गतिशील है।
विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील कुमार यादव ने कहा कि एक विद्यार्थी को पढ़ाई के साथ ही नैतिक मूल्य, मानवीयता, समाज के प्रति जिम्मेदारी और देश के प्रति भक्ति भाव में भी निपुण होना चाहिए। शिक्षा का असली दर्पण तो व्यक्ति का चरित्र और व्यवहार है। उन्होंने कहा कि विधि विभाग प्रत्येक महीने में विभिन्न अकादमिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को आयोजित करता है, ताकि विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास किया जा सके। पहले दिन हुई गतिविधियों पर जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजिका डॉ. प्रीति जैन ने बताया कि प्रतियोगिता के प्रारंभिक चरण में 10 टीमों ने भाग लिया। इनमें से प्रदर्शन के आधार पर चार टीमों ने सेमी फाइनल राउंड में प्रवेश किया। उन्होंने बताया कि पहले चरण में निर्णायक मंडल की भूमिका में पंचवर्षीय विधि विभाग संस्थान के डॉ. मंजिदर गुलयानी, डॉ. शालू अग्रवाल, डॉ. पूनम, डॉ. संतलाल निर्वाण तथा जिला बार एसोसिएशन कुरुक्षेत्र के अधिवक्ता विक्रांत सिंह ने शिरकत की। प्रतियोगिता के सेमीफाइनल राउंड में अधिवक्ता विक्रांत सिंह एवं विधि विभाग के डॉ. महाबीर सिंह रंगा ने शिरकत की। इस अवसर पर आयोजन कमेटी के सदस्य डॉ. सुशीला देवी चौहान, डॉ. प्रोमिला, डॉ. प्रीति भारद्वाज आदि मौजूद रही।