एलएनजेपी अस्पताल में ही संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा खतरा, टूट रहे नियम
-पंजीकरण खिड़की से लेकर चिकित्सक रुम तक नियमों की अवहेलना।
कोरोना से महाजंग : जनजागरण अभियान फोटो संख्या : 9,10,11
-पंजीकरण खिड़की से लेकर चिकित्सक से परामर्श व दवा लेने तक नियमों की हो रही अवहेलना
-लोगों के नियमों की अनदेखी करने पर अधिकारी भी चितित जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : एलएनजेपी अस्पताल में कोरोना संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा है। जबकि यहीं पर शारीरिक दूरी व मास्क के नियम हर कदम पर टूट रहे हैं। अस्पताल के कर्मचारी से लेकर अधिकारी मरीजों को मास्क लगाने व शारीरिक दूरी रखने का पाठ बार-बार पढ़ा रहे हैं, लेकिन मरीज व उनके स्वजन ठीक ढंग से इनकी पालना नहीं कर रहे। यह हाल तब है जब जिले में आए दिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लगातार मौत हो रही है और केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसी लापरवाही अस्पताल में आने वाले मरीजों को संकट में डाल सकती है। ऐसा नहीं कि इसको लेकर अस्पताल के अधिकारी सतर्क नहीं। कोरोना के लगातार बढ़ते प्रभाव के बाद भी अस्पताल में आने वाले मरीज लापरवाही बरत रहे हैं। मंगलवार को जब अस्पताल का निरीक्षण किया गया तो पंजीकरण खिड़की से लेकर परामर्श और दवा लेने तक नियमों की अवहेलना करती हुई तस्वीरें सामने आई। पंजीकरण खिड़की पर शारीरिक दूरी की धज्जियां, मास्क भी नहीं
सुबह 11:26 बजे एलएनजेपी अस्पताल की पंजीकरण खिड़की का दृश्य देखने वाला था। यहां मरीजों की कतार लगी हुई है। जिसमें कइयों ने सिर्फ दिखावे के लिए मुंह पर मास्क की जगह गमछा जरूर लपेट रखा था, लेकिन वह भी नाक के नीचे। फोटो करते ही सुरक्षाकर्मी भी अलर्ट हो गया और दौड़कर आया। वह आकर मरीजों को शारीरिक दूरी बनाने की कहने लगा। लोगों ने अपने नंबर के चक्कर में उसको अनसुना कर दिया। हालांकि पांच-पांच कर मरीजों को पंजीकरण खिड़की पर बुलाया जा रहा है।
यहां कोई नीचे बैठा तो कोई लेटा
सुबह 11:32 बजे अस्पताल के द्वितीय तल पर लेबर रूम के बाहर लोगों की भीड़ लगी हुई थी। अस्पताल में सबसे ज्यादा संक्रमण होता है इसलिए विशेषज्ञ अस्पताल में यहां वहां किसी भी चीज को छूने तक से मना करते हैं, लेकिन यहां मरीजों के स्वजन जमीन पर बैठने के साथ-साथ लेटे हुए भी आमतौर पर दिखाई दे जाते हैं। यहां तक कि बच्चों को भी नंगे पांव और बिना मास्क के छोड़ रखा है।
कतारबद्ध मरीजों को शारीरिक दूरी में कराया खड़ा
एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. शैलेंद्र ममगाईं शैली ने ओपीडी में पहुंचते ही पहले कतारबद्ध मरीजों को शारीरिक दूरी रखने की सलाह दी और कहा कि वे तब तक मरीज नहीं देखेंगे जब तक शारीरिक दूरी की पालना नहीं होती। उन्होंने इस दौरान मरीजों को मास्क लगाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि अस्पताल में अगर कोई बिना मास्क के दिखाई दिया तो उसका चालान किया जाएगा। उन्होंने मरीजों से अपील की कि कोरोना वायरस के प्रभाव से बचने के लिए जागरूकता बरतें और शारीरिक दूरी व मुंह पर मास्क के नियम की पालना जरूर करें।