मंडियों में धान खरीद तेज, जिला और खंड स्तर पर निगरानी को कमेटी गठित
कुरुक्षेत्र। जिले की मंडियों में धान खरीद कार्य सातवें दिन तेज हो गया।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : जिले की मंडियों में धान खरीद कार्य सातवें दिन तेज हो गया। इस्माईलाबाद मंडी में शुक्रवार को पहले दिन धान की खरीद शुरू की। व्यापारियों ने मिल मालिकों को पीछे छोड़ दिया है। 17 मंडियों और खरीद केंद्रों पर करीब 17515 एमटी धान की खरीद की गई है। प्रशासन ने खरीद कार्य सुचारु रखने के लिए जिला व उपमंडल स्तर पर निगरानी कमेटी गठित कर दी हैं। एसडीएम खुद खरीद कार्य पर नजर रखेंगे।
इसको लेकर डीसी शरणदीप कौर बराड़ ने शुक्रवार को लघु सचिवालय के सभागार में अधिकारियों और ट्रांसपोर्ट व्यवस्था से संबंधित लोगों की एक बैठक ली। इससे पहले सभी उपमंडल अधिकारियों से धान खरीद कार्य की प्रगति रिपोर्ट ली।
उन्होंने कहा कि धान के सीजन में किसानों व व्यापारियों को एक भी समस्या नहीं आने दी जाएगी। इनका गंभीरता से समाधान किया जाएगा।
यहां से इतना धान खरीदा
डीसी ने बताया कि दो अक्टूबर को दोपहर तक हैफेड और जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग 17515 मीट्रिक टन धान की खरीद पूरी कर चुका है।इसमें से फूड सप्लाई ने 9621 और हैफेड ने 7894 एमटी धान खरीदा है। उन्होंने बताया कि बाबैन मंडी से 3785 एमटी, गुमथला गढु में 580 , कुरुक्षेत्र मंडी से 827, लाडवा मंडी से 6425, पिपली मंडी से 803, पिहोवा मंडी में 3393, शाहाबाद मंडी से 1702 एमटी धान की खरीद की है। खरीद एजेंसियों को लिफ्टिग का कार्य भी तेजी के साथ करने के आदेश दिए है। दोनों एजेंसियां ने अब तक 1189 एमटी धान की लिफ्टिग का कार्य भी कर चुकी हैं। इसमें फूड सप्लाई ने 544 एमटी और हैफेड ने 645 एमटी की लिफ्टिग की है।
लिफ्टिग बिगड़ते ही ठेकेदार पर होगा केस दर्ज
डीसी ने कहा कि मंडियों से धान की लिफ्टिग साथ के साथ की जाएं। इससे मंडियों में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी।
एसडीएम धान की लिफ्टिग पर भी नजर रखेंगे। किसी ठेकेदार के खिलाफ ट्रांसपोर्ट से संबंधित शिकायत दर्ज होती है तो संबंधित ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है। एडीसी ने ट्रांसपोर्टेशन क्लब बनाने का प्रस्ताव रखा
एडीसी ने वीना हुड्डा ने सभी मंडियों में ट्रांसपोर्टेशन क्लब बनाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि इन स्थलों पर वीडियो कैमरों की भी व्यवस्था की जानी चाहिए। प्रत्येक वाहन के आने व जाने का रिकॉर्ड एक रजिस्टर में रखा जाएं। इस मौके पर एसडीएम अखिल पिलानी, एसडीएम डा. किरण सिंह, एसडीएम सोनू राम, एसडीएम अनिल यादव व डीएफएससी कुशल बूरा मौजूद रहे।