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इस्माईलाबाद मंडी में खरीद से पहले पहुंची डेढ़ लाख क्विंटल धान, आढ़तियों ने खड़े किए हाथ

इस्माईलाबाद। अनाज मंडी में डेढ़ लाख क्विंटल धान पहुंच गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 07:10 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 07:10 AM (IST)
इस्माईलाबाद मंडी में खरीद से पहले पहुंची डेढ़ लाख क्विंटल धान, आढ़तियों ने खड़े किए हाथ

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : अनाज मंडी में डेढ़ लाख क्विंटल धान पहुंच गया। जबकि सरकारी खरीद शुरू होने में एक सप्ताह बाकी है। मंडी में हालात बिगड़ने लगे हैं। आढ़तियों ने भी अब धान की संभाल करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। हालत यह बन गई है कि आढ़ती एसोसिएशन ने ऐलान कर दिया है कि अब मंडी में धान की सुखाई और भराई नहीं की जाएगी।

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किसान अभी तक मंडी में धान सूखाकर उसकी अंदाजा भराई कर रहे थे। अब सुखाई के लिए जगह बाकी नहीं बची है। मंडी धान के ढेरों से अंटने लगी है। बुधवार को दोपहर के समय मौसम का मिजाज बिगड़ा तो आढ़तियों और किसानों को तिरपालों का प्रबंध करना ही मुश्किल हो गया। मंडी में अधिकांश धान की परमल किस्म आ रही है। इसका सरकारी दाम 1888 रूपये प्रति क्विंटल है। जब तक सरकारी एजेंसियों मैदान में नहीं आती हैं। तब तक इस धान को मंडी में जस का तस रखना पड़ रहा है। सरकारी खरीद का इंतजार न कर किसान धड़ाधड़ धान मंडी में डालने में लगे हुए हैं। अब यह आढ़तियों के लिए परेशानी का सबब बनने लगा है। आढ़ती एसोसिएशन के सचिव बलदेव शर्मा ने बताया कि अब तक करीब डेढ़ लाख क्विंटल धान मंडी में पहुंच चुका है। इसे संभालना ही मुश्किल हो चला है। उन्होंने बताया कि किसान हालात को देखने के बावजूद जल्दबाजी बरत रहे हैं। मंडी में धान लाना ही बंद होगा अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान राजेश कंसल का कहना है कि बुधवार को भी मुनादी करवाई गई है कि धान सुखाई के लिए मंडी में न डाला जाए। किसान केवल धान का ढेर लगा सकते हैं। उनका कहना है कि अगले कुछ दिन में हालात बिगड़े तो मंडी में धान लाना ही बंद करना होगा। ऐसे म अभी से किसानों से आग्रह किया जा रहा है कि वे सरकारी खरीद आरंभ होने तक कटाई से परहेज रखें।


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