गुरुकुल परंपरा से 21 ब्रह्माचारियों का किया उपनयन संस्कार
ुरु पूर्णिमा पर शिष्यों ने गुरु का पूजन करके आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं जयराम विद्यापीठ में 21 ब्रह्माचारियों का गुरुकुल पंरपरा के अनुसार उपनयन संस्कार किया गया।
फोटो संख्या : 20 जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :
गुरु पूर्णिमा पर शिष्यों ने गुरु का पूजन करके आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं जयराम विद्यापीठ में 21 ब्रह्माचारियों का गुरुकुल पंरपरा के अनुसार उपनयन संस्कार किया गया। वहीं शैक्षणिक एवं धार्मिक संगठनों की ओर से गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित हुए।
श्रीजयराम विद्यापीठ की यज्ञशाला में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरुकुल परंपरा के अनुसार 21 ब्रह्माचारियों का विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ उपनयन जनेऊ संस्कार हुआ। यह उपनयन संस्कार जयराम संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य रणबीर भारद्वाज और वेदाचार्य पंडित राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री की ओर से कराया गया। इस मौके पर ब्रह्माचारियों को गायत्री मंत्र भी प्रदान किया गया। प्राचार्य रणबीर भारद्वाज ने बताया कि गुरु-शिष्य परंपरा भारतीय संस्कृति के अनुसार लाखों वर्षों से चली आ रही अद्वितीय परंपरा है। उन्होंने बताया कि जब जब राष्ट्र और धर्म पर जब संकट मंडरा रहा हो, तब सुव्यवस्था बनाने का महत्वपूर्ण कार्य गुरु-शिष्यों ने किया है, यह गौरवशाली इतिहास भारत को मिला हुआ है। उन्होंने बताया भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन, चाणक्य ने सम्राट चंद्रगुप्त और रामदासस्वामी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के माध्यम से तत्कालीन दुष्प्रवृत्तियों का निर्मूलन किया। इस दौरान ट्रस्टी केके कौशिक, राजेश सिगला, सतबीर कौशिक, ब्रह्माचारी रोहित कौशिक, प्रवीण मिन्हास मौजूद रहे।
संस्कार भारती कुरुक्षेत्र इकाई की ओर से वात्सल्य वाटिका में गुरु पूजन उत्सव किया गया। वात्सल्य वाटिका के स्वामी हरिओम दास परिव्राजक का पूजन किया गया। कार्यक्रम में विद्या भारती शोध-निदेशक डा. हिम्मत सिंह सिन्हा एवं इतिहास संकलन समिति के प्रांत संगठन मंत्री कुलदीप सिंह गुप्ता ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। कुलदीप गुप्ता को पूर्वाध्यक्ष किरण गर्ग ने श्रीफल और रमन बंसल, नरेश कुमार और पंकज भारद्वाज ने अंग वस्त्र भेंट कर उनका सम्मान किया। हिम्मत सिंह को ऋषि, आशीष सभरवाल, अतुल गुप्ता और हरविद्र राणा ने श्रीफल देकर सम्मानित किया। वात्सल्य वाटिका विद्यालय के प्रधानाचार्य गौरव चौधरी को भी श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
मथाना स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर में गुरुपूर्णिमा उत्सव धूमधाम से मनाया गया। मंदिर संचालिका माता संतोषी देवी के सान्निध्य में हुए इस कार्यक्रम में दूर दूर से आए श्रद्धालु शामिल हुए। सुबह मंदिर में ध्वजारोहण हुआ। उसके पश्चात गुरुपूजा एवं हवन किया गया। गुरुपूजा की महिमा बताते हुए संतोषी देवी ने कहा कि गुरु का कार्य है अपने शिष्यों का मार्ग प्रशस्त करना। इस दौरान मेघराज शर्मा, नवींदर, अश्वनी, यशपाल शर्मा मौजूद रहे।