सांसद बोले-अधिकारी आपसी बहस और बहानेबाजी छोड़कर काम पर फोकस करें
बाढ़ बचाव के लिए तैयार की योजनाओं और प्रबंधों की सोमवार को सबके सामने समीक्षा की गई। सांसद नायब सिंह सैनी और थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने एक-एक अधिकारी से रिपोर्ट ली। सांसद व विधायक ने अधिकारियों को चेताया और यहां तक कह दिया कि जिस महकमे की सड़क पर बरसाती पानी नजर आया उस अधिकारी की खैर नहीं होगी। शाहाबाद विधायक रामकरण काला ने पानी निकासी के मुद्दे रखे और जल शक्ति अभियान के तहत तैयार किए गए स्ट्रेक्चरों को साफ करने की बात कही।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : बाढ़ बचाव के लिए तैयार की योजनाओं और प्रबंधों की सोमवार को सबके सामने समीक्षा की गई। सांसद नायब सिंह सैनी और थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने एक-एक अधिकारी से रिपोर्ट ली। सांसद व विधायक ने अधिकारियों को चेताया और यहां तक कह दिया कि जिस महकमे की सड़क पर बरसाती पानी नजर आया उस अधिकारी की खैर नहीं होगी। शाहाबाद विधायक रामकरण काला ने पानी निकासी के मुद्दे रखे और जल शक्ति अभियान के तहत तैयार किए गए स्ट्रेक्चरों को साफ करने की बात कही।
सांसद नायब सिंह सैनी ने साफ कहा कि अधिकारी आपसी बहस और बहानेबाजी छोड़कर काम पर फोकस करें। उन्होंने कहा कि बरसात के सीजन में सड़कों पर पानी नजर नहीं आना चाहिए। किसी तरह की लापरवाही मिलने पर संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 20 जून से पहले पानी निकासी के सभी प्रबंध पूरे किए जा सकें। सेक्टर-2, 3, 4, 5, 7, 8 व 13 में बरसाती पानी की निकासी के विकास कार्यों और प्रबंधों के लिए 303 लाख रुपये के टेंडर जारी करने के प्रस्ताव पर भी सांसद व विधायकों ने मोहर लगाने का काम किया है। जिले में सबसे पहले बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को बचाने के लिए ड्रेनों की सफाई, बाढ़ बचाव को लेकर चल रहे विकास कार्यों, सड़कों की व्यवस्था, एसवाइएल की सफाई के साथ-साथ थानेसर शहर, शाहाबाद, लाडवा और पिहोवा उपमंडल में प्रबंधों में किसी प्रकार की कमी नहीं आनी चाहिए।
डीसी धीरेंद्र खडगटा ने जिला प्रशासन के बाढ़ बचाव को लेकर अब तक किए गए प्रबंधों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि इस बरसातों के सीजन में अधिकारियों को मुस्तैद रहना होगा और अपने विभागास्तर पर 20 जून से पहले सभी प्रबंध पूरे किए जाएंगे। संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। इस मौके पर एडीसी वीना हुड्डा, अडंर ट्रेनिग आइएएस वैशाली सिंह, सीटीएम सतबीर कुंडू, एसडीएम अश्विनी मलिक, एसडीएम अनिल यादव, एसडीएम डा. किरण सिंह, एसडीएम सोनू राम व डीएसपी ममता सौदा मौजूद रहे।
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि शहर में पानी निकासी सबसे बड़ी समस्या है। रविवार को बरसात में अधिकारियों के सब दावे हवा हो गए। पिछले वर्ष बाढ़ के कारण हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा, लेकिन इस बार भी अधिकारी टस से मस नहीं हुए। इन अधिकारियों को पिछले साल ही प्रबंध करने के लिए कहा था, वे अभी तक पूरे नहीं हो पाए हैं। उन्होंने ऐसे अधिकारियों को फटकार लगाई और आगे ऐसा मिलने पर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के लिए लिखने की चेतावनी दी।